कलेक्टर ने खरीफ फसल की तैयारियों के लिए दिए निर्देश

कवर्धा ,26 अप्रैल  कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं तथा कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य पालन विभाग, पशुचिकित्सा सेवा और गोधन न्याय योजना की विभागवार समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने रबी फसल की प्रगति की जानकारी और आगामी खरीफ वर्ष में कार्योजना के संबंध में जानकारी ली। विभाग प्रमुखों द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।

कलेक्टर महोबे ने कहा कि शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का क्रियान्वयन लगातार होना चाहिए। शासन द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है जिसका लाभ लोगो को मिलना चाहिए। उन्होंने रबी फसल की समीक्षा करते हुए कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रबी फसल का रकबा बढ़ा है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अनाज, दलहन, तिलहन साहित अन्य फसलों में 7.66 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। वही बीज और उर्वरक की पूर्ति पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बढ़ा है। इस दौरान कलेक्टर ने आगामी खरीफ सीजन को ध्यान रखते हुए बीज और उर्वरक का मांग, भंडारण और अग्रिम उठाव की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को बीज और उर्वरक के लिए कोई दिक्कत नही होनी चाहिए। विभाग पहले ही इसके लिए कार्य योजना तैयार करे। किसानों को वर्मी कंपोस्ट उपयोग के लिए प्रेरित करे।

कलेक्टर महोबे ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए गौठानो में गोबर क्रय, वर्मी उत्पादन और उसके विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने इसमें प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्व सहायता समूह और गोठान समिति के भुगतान संबंधी जानकारी ली। कलेक्टर ने इस दौरान उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बाड़ी योजना शासन की प्राथमिकता में शामिल है। गौठानो ने इसका क्रियान्वयन होना चाहिए। उन्होंने अधिक से अधिक गौठानों में बाड़ी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर अधिक से अधिक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में पशु पालन कार्य प्रारंभ कराएं। इससे स्व सहायता समूह को रोजगार के साथ आमदनी मिलेगा। कलेक्टर ने मत्स्य पालन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कृषि महाविद्यालय में अनेक गतिविधियां और कार्यक्रम किए जा रहे है, जिसका लाभ स्थानीय मछली पालन करने वालों को मिलना चाहिए। उन्होंने मत्स्य पालन विभाग के सहायक संचालक को विभाग के योजना का सूची तैयार करते हुए महाविद्यालय की गतिविधियों का संकलन करने के निर्देश दिए। बैठक में उपसंचालक कृषि राकेश शर्मा, उपसंचालक पशु चिकित्सा मिश्रा, उद्यानिकी पाण्डेय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने इस दौरान नेशनल मिशन ऑन आयल सीड एण्ड ऑयल पॉन, एनएमएईटी सबमिशन ऑन सीड एण्ड प्लाटिंग मटेरियल, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (सामान्य), एनएमएसए रेनफेड एरिया डेव्हलपमेंट स्कीन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना, टारगेटेड राईस, फलो एडिया (ज्त्म्।) छड।म्ज् सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन, कृषि यांत्रिकीकरण मिशन अंतर्गत कृषि यंत्रों पर अनुदान, कृषक समग्र विकास योजना, माईको माईनर सिचाई (तालाब), किसान समृद्धि योजना, जैविक खेती निशन, सन प्रदर्शन योजना, डी.एम. एफ. नंद अंतर्गत किये गये कार्यों की वित्तीय प्रगति, रबी फसलों का क्षेत्राच्छादन वर्ष 2022-23, रबी 2022-23 में बीज भंडारण एवं वितरण की जानकारी, उर्वरक वितरण रबी वर्ष 2022-23 की प्रगति, रबी वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम मिलेटस क्षेत्र विस्तार की पूर्ति, रबी वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम सुरखों क्षेत्र विस्तार की पूर्ति, रबी वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम- रोड विस्तार की पूर्ति, रबी वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम- नक्का क्षेत्र विस्तार की मूर्ति, खरीफ वर्ष 2023 का प्रस्तावित कार्यक्रम, खरीफ वर्ष 2023 हेतु विशेष कार्यक्रम- मिलेट्स क्षेत्र विस्तार का प्रस्तावित कार्यक्रम, खरीफ वर्ष 2023 हेतु विशेष कार्यक्रम नेडों पर अरहर एवं जैविक खेती क्षेत्र विस्तार का प्रस्तावित कार्यक्रम, खरीफ वर्ष 2023 हेतु उर्वरक की मांग, भंडारण एवं अग्रिन उठाव की जानकारी, मशीन में स्कंध सत्यापन की जानकारी, खरीफ वर्ष 2023 हेतु बीज की मांग, भंडारण की जानकारी सहित अन्य कार्यों की समीक्षा की।