प्रदेश सरकार का खजाना भर गया, क्याेंकि 12 हजार 941 कराेड़ रुपए का राजस्व मिला, काेरबा रहा दूसरे नंबर पर

रायपुर, 25 अप्रैल। वित्तीय वर्ष 2022-23 में खनिज राजस्व से प्रदेश सरकार का खजाना भर गया, क्याेंकि 12 हजार 941 कराेड़ रुपए का राजस्व मिला है। सरकार काे हुई खनिज राजस्व से रिकार्ड कमाई में काेरबा का भी अहम याेगदान है। दरअसल प्रदेश में जिन जिलाें से सर्वाधिक खनिज राजस्व मिले हैं, उनमें काेरबा दूसरे नंबर पर है। काेरबा के खनिज विभाग काे 1807.56 कराेड़ रुपए का लक्ष्य दिया था, लेकिन उसका रिकार्ड ताेड़ते हुए 2361 कराेड़ राजस्व प्राप्त कर लिया गया। इस तरह लक्ष्य से करीब 30 प्रतिशत अधिक राजस्व वसूला गया है। लक्ष्य से अधिक राजस्व वसूली में अहम योगदान एसईसीएल का है, क्योंकि लगातार खदानों में कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी की जा रही है। वहीं प्रदेश में मुख्य रूप से लाैह अयस्क, काेयला, चूना पत्थर व बाक्साइड से खनिज राजस्व मिला। नए नियम के चक्कर में रेत खदानाें के बंद हाेने से रेत से ज्यादा राजस्व अर्जित नहीं हाे सका।

लाैह अयस्क से मिला ज्यादा राजस्व, इसमें दंतेवाड़ा पहले तो कोबरा दूसरे स्थान पर


प्रदेश में सबसे अधिक खनिज राजस्व लाैह अयस्क से मिला, इसलिए दंतेवाड़ा 6419 कराेड़ राजस्व वसूलकर पहले स्थान पर पहुंच गया। वहीं 2361 कराेड़ राजस्व जुटाकर काेरबा दूसरे नंबर पर पहुंच गया। रायगढ़ से 1717 कराेड़, बालाेद से 760 कराेड़, बलाैदाबाजार से 286 और सरगुजा से 262 कराेड़ का राजस्व मिला।

दाे वर्षाें की तुलना में इस बार ज्यादा राजस्व


जिले में खनिज विभाग ने पिछले दाे वित्तीय वर्ष से ज्यादा राजस्व हासिल किया है। 2020-21 में विभाग काे 2270.98 कराेड़ का लक्ष्य मिला था, जिसमें लक्ष्य से करीब 22 प्रतिशत कम 1178.98 कराेड़ की आय अर्जित की थी। 2021-22 में 2180.04 कराेड़ का लक्ष्य मिला था, जिसमें 1834.99 कराेड़ राजस्व आय मिला था।

अब डीएमएफ के जरिए होगा विकास


खनिज राजस्व में बढ़ाेतरी का फायदा काेयला पट्टिका में मिलने वाले डीएमएफ में हाेगा, क्याेंकि पहले से अधिक राशि डीएमएफ काे मिलेगी, जिससे काेरबा के साथ ही यहां के डीएमएफ से जुड़े पड़ाेसी समेत कुल 9 जिलाें काे फायदा हाेगा, जहां विकास कार्य में डीएमएफ की राशि का उपयाेग हाेगा।

उत्पादन बढ़ने से लक्ष्य से अधिक राजस्व हासिल


जिला खनिज अधिकारी प्रमाेद नायक के मुताबिक इस वर्ष एसईसीएल द्वारा काेयला उत्पादन में बढ़ाेतरी की गई। उत्पादन बढ़ने से लक्ष्य से अधिक राजस्व हासिल किया जा सका है। इस वित्तीय वर्ष में भी उत्पादन में बढ़ाेतरी हाेने से गुजरे वित्तीय वर्ष से अधिक राजस्व हासिल करने की उम्मीद है।