जिला चिकित्सालय में रेटिना विशेषज्ञ डॉक्टर दे रहें सेवाएं

प्रत्येक माह के तीसरे गुरुवार को करा सकते हैं रेटिना की जांच

कवर्धा । जिला चिकित्सालय में निरंतर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ली जा रही है। इन सेवाओं में आंखों से संबंधित रोग, रेटिना के विशेषज्ञ चिकित्सक (अरविंदो नेत्रालय रायपुर) निजी चिकित्सक रायपुर ने अपनी सेवाएं दी। कलेक्टर  जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला चिकित्सालय में रेटिना विशेषज्ञ की सेवाएं जुड़ गई है और गुरूवार को 11 मरीजों का परीक्षण कर उन्हें स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई गई है।

सीएमएचओ डॉ. सुजॉय मुखर्जी जो स्वयं नेत्र रोग विशेषज्ञ है ने बताया कि रेटिना की सुरक्षा के लिए मुख्य रूप से प्रमुख बातों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि डायबिटीज रोगी ब्लड सुगर को नियंत्रित रखें। डायबिटीज से पीड़ित मरीज वर्ष में 2 बार रेटिना की नियमित जॉच कराएं। डायबिटीक रेटिनोपैथी में आंख की रेटिना को प्रभावित करती है। समय-समय पर ऑख की जॉच नेत्र विशेषज्ञ से कराते रहें। मैकुलर डिजनरेशन से पीड़ित रोगी धूप का चश्मा में यूवी. फिल्टर ग्लास के चश्में का प्रयोग करें। धुम्रपान की आदत हमारे रेटिना के लिए बेहद नुकसानदेह है। 

उन्होंने धुम्रपान नहीं करने की सलाह दी है। उच्च रक्तचाप को नियत्रित रखें तथा आंखो को चोट लगने से बचायें। ऑखों को सूर्य की पराबैगनी किरणों से बचाना चाहिए। हरी सब्जियां युक्त पौष्टिक आहार का सेवन करें। विटामिन सी से भरपुर फल जैसे संतरा, मौसमी फल को अपने भोजन में शामिल करें। ड्राई फ्रुटस, नटस और विटामिन ई युक्त खादय पदार्थ ऑखो के लिए बहुत फायेदमंद है। उन्होने कहा कि रेटीना में समस्या होने पर प्रकाश की क्षमता कम हो जाती है। यदि इसका समय पर इलाज न कराया जाय तो व्यक्ति अंधा भी हो सकता है।  

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