रायगढ़ । विकास तेजी से इनोवेशन का एक महत्वपूर्ण कारक बनता जा रहा है सीधे शब्दों में कहें तो सस्टेनेबल (टिकाऊ) उच्च विकास वाली कंपनियों को लंबे समय तक कारोबार में बने रहने के लिए इनोवेटिव रणनीतियों को जल्दी से अपनाने की जरूरत है। इसलिए जो निवेशक उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनके ग्रोथ यानी कि विकास के लिए इनोवेटिव दृष्टिकोण है वे न केवल वेल्थ क्रिएशन का निर्माण करेंगे बल्कि उनका पोर्टफोलियो आधुनिक विचारों और समकालीन व्यवसायिक (कंटेम्प्रेरी बिजनेस) प्रक्रियाओं का प्रतिबिंब होगा।
रायगढ़ के जाने-माने निवेश सलाहकार ,मोटवानी कंसलटेंसी रायगढ़ के जवाहर मोटवानी ने आगे बताया कि मोटे तौर पर इनोवेशन को तीन हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है। रेडिकल, डिसरप्टिव, और इंक्रीमेंटल। इसका मतलब मौजूदा उत्पाद को नए और बेहतर उत्पाद से बदलना हो सकता है। ग्राहकों के एक बड़े आधार के लिए नए और बेहतरीन उत्पादों को अपनाए जाने के लिए स्वीकार करना या मौजूदा उत्पादों और सेवाओं में अपग्रेड करना।
इनोवेटिव कंपनियां नान इनोवेटिव कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन करती हैं क्योंकि ऑर्गेनिक ग्रोथ के मामले में इनोवेटिव कंपनियां कहीं बेहतर परिणाम देने में सक्षम होती है। यह वेल्थ क्रिएशन के बेहतर अवसर प्रदान करती है। कोई भी इस तथ्य से अनुमान लगा सकता है कि एसएंडपी 500 टॉप -10 फर्मों की औसत आयु 2000 में 85 वर्ष से गिरकर 2018 में 33 वर्ष ही रह गई है 2027 तक इसके और नीचे आकर 12 वर्ष तक ही रह जाने का अनुमान है। जबकि यूनिकॉर्न स्टार्टअप की औसत आयु 6 वर्षों तक ही सीमित है। क्योंकि इनोवेशन उनका मूलआधार या रक्षात्मक दीवार है तभी वेल्थ क्रिएशन काफी तेजी से होता है।
उदाहरण के लिए आईपीओ के बाद यूनिकॉर्न में 5 साल के वैल्यूएशन ग्रोथ 8.7 गुना है जो इस कारोबारी सफर में भाग लेने वालों के लिए एक आकर्षक अवसर है।
तेजी से बदलती दुनिया में इनोवेटिव होना कोई विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता है महामारी, भू राजनीति और मुद्रास्फीति जैसे अंडरकरेंट इनोवेशन का समर्थन करते हैं। सप्लाई चैन मैनेजमेंट के महत्व को महामारी के दौरान सबसे अच्छी तरह से महसूस किया गया जिससे इनोवेशन को लेकर काफी अच्छी गुंजाइश बनी रूस यूक्रेन युद्ध और यूएस चीन तनाव के आसपास अनिश्चितताओं ने देशों को निर्भरता कम करने के लिए प्रेरित किया है। इस प्रकार इनोवेशन हर जगह और सभी क्षेत्रों में है चाहे वह बिजली, स्वास्थ्य सेवा, एफएमसीजी, ऑटो, टेलीकॉम, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और वित्तीय सेवाएं आदि विविधता पूर्ण हो सकते हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड निवेशकों को मार्केट में इनोवेटिव कंपनियों में लगभग 80% निवेश करके इनोवेशन की लहर की सवारी करने का उपयुक्त अवसर प्रदान करता है। बदलते समय के साथ आगे बढ़ने के लिए निवेशक इस फंड को अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाने पर विचार कर सकते हैं।
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