सीताफल वैली के नाम से कांकेर जिले की हो रही पहचान

कांकेर । जगदलपुर में 13 अप्रैल को आयोजित भरोसे का सम्मेलन में प्रियंका गांधी वाड्रा व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महानदी किसान उत्पादक कंपनी कांकेर द्वारा लगाई गई स्टॉल का अवलोकन कर सीताफल से बनाई गई आइसक्रीम का स्वाद चखा। उनके द्वारा नगीना नेताम और सतीश चंद्र को बेहतर कार्य करने व क्षेत्र के लोगों को स्व-रोजगार से जोडऩे के लिए प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने बारिकी से फलों का संग्रहण, ग्रेंडंग, पल्प बनाने की जानकारी लिया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 89 हजार का सीताफल विक्रय किया गया। इस वर्ष 27 हजार रुपए का पल्प 150 रुपए की दर से विक्रय होता है। इस वर्ष 2745 किलो पल्प तैयार किया है।

उल्लेखनीय है कि कांकेर जिला सीताफल वैली के नाम पहचान बना चुका है। जिले में सीताफल की अधिक उत्पादन होने के कारण जिला प्रशासन व कृषि विभाग के सहयोग से महानदी किसान उत्पादक कंपनी के नाम से लखनपुरी में संचालित किया जा रहा है। जनपद पंचायत नरहरपुर, कांकेर, चारामा व दुर्गूकोंदल में यह परियोजना चलाई जाती है। इस परियोजना के अंतर्गत नरहरपर में किशनपुरी, हटकाचारामा, बनसागर, चारामा विकासखंड में पलेवा, खैरखेड़ा, मैनखेड़ा लखनपुरी, कांकेर विकासखंड में नवागांव भावगीर, खमडोढग़ी व दुर्गूकोंदल विकासखंड में लगभग 06 हजार मेट्रिक टन सीताफल उत्पादित होता है, जिसमें से 250 मेट्रिक टन सीताफल संग्रहण किया जाता है, जिले के 05 हजार परिवार इससे लाभान्वित हो रहे हैं।

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