रायपुर , 4 अप्रैल । मुख्यमंत्री बघेल 5 अप्रैल को गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 5 करोड़ 32 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे। जिसमें 16 मार्च से 31 मार्च तक खरीदे गए 1 लाख 45 हजार क्विंटल गोबर के एवज में 2 करोड़ 91 लाख रूपए का भुगतान किए जाने के साथ ही गौठान समितियों को 1.43 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 98 लाख रूपए की लाभांश राशि शामिल है।
गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में 5 हजार 213 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। स्वावलंबी गौठान दोनों की व्यवस्था के साथ-साथ गोबर खरीदी के मामले में बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाने लगे हैं। इन गौठानों ने मार्च माह के दूसरे पखवाड़े में स्वयं की पूंजी से 01 करोड़ 67 लाख का गोबर खरीद है, जिसके भुगतान सहित कृषि विभाग द्वारा एक करोड़ 24 लाख रूपए का भुगतान गोबर विक्रेता पशुपालकों को किया जाएगा। अब तक स्वावलंबी गौठान द्वारा 49 करोड़ 21 लाख रूपए गोबर खरीदी स्वयं की जमा पूंजी से की गई है।
गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना के तहत 5 अप्रैल को 5.32 करोड़ के भुगतान हितग्राहियों को किया जाएगा। जिसके पश्चात योजना अंतर्गत हितग्राहियों को भुगतान की जाने वाली कुल राशि का यह आंकड़ा बढ़कर 430 करोड़ 93 लाख रूपए हो जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य में 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है। राज्य में 31 मार्च 2023 तक गौठानों में 111.04 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। 5 अप्रैल को भुगतान के पश्चात गोबर विक्रेताओं को कुल 222 करोड़ 09 लाख रूपए और गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को कुल 188 करोड़ 43 लाख रूपए का भुगतान पूरा हो जाएगा।
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