रायपुर । छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र के युवक की गुजरात के खेड़ा जिले में भीड़ ने हत्या कर दी। गुजरात पुलिस की सूचना पर मृतक के स्वजन उसका शव लेने रवाना हो गए हैं।
गुजराती भाषा का ज्ञान नहीं होने के कारण चोर समझकर उसकी पिटाई किए जाने की बात सामने आ रही है। पुलिस का कहना है कि स्वजन पहले ही शव लेने निकल गए थे इसलिए बलरामपुर जिले से कोई भी पुलिस कर्मचारी ,मृतक के स्वजन के साथ नहीं जा सका है।
वाड्रफनगर पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम हरिगवां निवासी रामकेश्वर खेरवार अपने ससुराल ग्राम मढ़ना में पत्नी व तीन बच्चों के साथ रहता था। वह पूर्व में अहमदाबाद में हाई स्पीड रेल के प्रोजेक्ट में श्रमिक के रूप में काम कर चुका था। काम के सिलसिले में फिर से 17 मार्च 2023 को अहमदाबाद पहुंचा था। यहां सुपरवाइजर मनीष से मिला तो उसने फिलहाल काम नहीं होने की बात कही थी। इस पर रामकेश्वर वापस घर लौटने की बात कह उसके पास से निकल गया था।
इसी बीच खेड़ा जिले के महमदाबाद थाने में किसी ने सूचना दी थी कि ग्राम सुधा वंसोल में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसकी पहचान रामकेश्वर के रूप में हुई।
रामकेश्वर के शरीर, चेहरे व सिर में गहरे जख्म के निशान थे। पुलिस द्वारा उसे अहमदाबाद अस्पताल ले जाया गया। यहां से रेफर किए जाने के बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां बीते सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई थी। रामकेश्वर के मौत की रिपोर्ट सुपरवाइजर मनीष ने थाने में दर्ज कराई थी।
रामकेश्वर सुधा-वंसोल गांव में कैसे पहुंचा, यह पता नहीं चल सका है। क्षेत्र में घटना का वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि सुधा वंसोल गांव के लोगों ने उससे गुजराती भाषा में बातचीत की थी, भाषा समझ नहीं आने के कारण वह न तो समझ पाया और न ही जवाब दे पाया।
ऐसे में चोर समझकर उसे पीट-पीटकर भीड़ ने मार डाला। इस घटना के एक दिन पूर्व ही नेपाल के एक व्यक्ति की भी हत्या कर दी गई थी। खेड़ा पुलिस की सूचना पर मृतक रामकेश्वर के पिता व दो अन्य लोग शव लेने अहमदाबाद रवाना हो गए हैं।
वे गुरुवार देर शाम तक अहमदाबाद पहुंचेंगे। बलरामपुर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि मृतक के स्वजन पहले ही रवाना हो गए थे। गुजरात पुलिस ने रामकेश्वर की हत्या की सूचना दी थी। एक दिन पहले ही स्वजन शव लेने निकल चुके थे।
पुलिस ने जब उनसे संपर्क किया तो पता चला कि वे रायपुर से भी निकल चुके हैं। इसलिए पुलिस उनके साथ नहीं जा सकी।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर, रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्रामीण कई राज्यों में मजदूरी के सिलसिले में जाते रहते हैं।
गुजरात के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली तथा दक्षिण भारत के राज्यों में निर्माण कार्यों तथा बोर खनन कंपनियों में मजदूरी करने जाने वाले ग्रामीणों की कोई सूचना भी पंचायत स्तर पर उपलब्ध नहीं रहती।
कई महीने दूसरे राज्यों में काम कर मजदूर वापस लौटते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के सदस्यों की संख्या बाहर कमाने खाने जाने वालों में सर्वाधिक होती है।
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