बीजापुर । जिले के घने जंगल, पहाड़ियों से घिरा हुआ जिला है ऐसे में आज भी कई गांव में विद्युत विस्तार संभव नहीं हो पा रहें हैं ऐसे सुदूर क्षेत्रों में किसानों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने कृषि उद्यानिकी एवं बागवानी फसल के लिए सौर सुजला सहारा बना है।
पहले जल स्त्रोतों, बोरवेल्स, कुऑ, नदी, नालों से सिंचाई करने में कहठिनाई आती थी। किन्तु अब सौरसुजला के माध्यम से सोलर पंप की सहायता से जल स्त्रोतों का अच्छा दोहन किसान कर पा रहे है। जिले में अब तक 2792 कृषकों के यहां सौर सिंचाई पंप स्थापित किया जा चुका है।
जिसमें किसान अब धान के साथ-साथ साग-सब्जी, दलहन-तिल्हन का बागवानी करते हुए अपने आय में वृद्धि कर रहे हैं जिससे किसानो के आर्थिक स्थिति में सुधार व परिवार के बच्चों के पालन-पोषण एवं पढ़ाई, सामाजिक स्थिति में काफी सुधार हो रहा है।
कृषक सोहन लाल राणा, पिता गुल्ला राणा ग्राम मुसालूर 3 एचपी सर्फेस सोलर पंप लगाकर अपने स्वयं की भूमि में धान, बैगन, बरबट्टी, आलू आदि साग-सब्जी उत्पादन कर वार्षिक आय 70 हजार रूपए अर्जित कर रहा है। किसानों के आर्थिक स्थिति में सुधार होने से जीवन शैली में सुधार हुआ है।
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