किसानों ने जेसीबी के सामने भजन-कीर्तन कर, नहर निर्माण का किया विरोध

भाजपा, संघर्ष मोर्चा, युवा संकल्प ने वाजिब मुआवजा और गर्मी में पानी मांग रहे ग्रामीणों का समर्थन किया

रायगढ़। केलो परियोजना के नहर निर्माण के खिलाफ ग्राम सभा के बाद किसानों ने मंगलवार सुबह नेतनागर में फिर आंदोलन किया। नहर खुदाई के लिए गए प्रशासनिक टीम के जेसीबी वाहन के सामने धरतीपुत्रों ने बैठकर भजन-कीर्तन करते हुए अनोखा विरोध भी किया कि दल को वापस जाना पड़ा।

वहीं भाजपा, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा और युवा संकल्प दे जुड़े नेताओं ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रशासनिक कार्यवाही में सुधार की मांग भी की। जिला मुख्यालय से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर ग्राम नेतनागर में केलो परियोजना के तहत नहर निर्माण काम को रोकने लड़ाई तेज कर दी है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने विधायक प्रकाश नायक और किसानों के साथ त्रिपक्षित वार्ता भी की, मगर सहमति नहीं बनने से मामला सुलझने की बजाए उलझ गया।

ग्रामीणों ने यह कहते हुए विरोध किया कि प्रशासन उन्हें यह लिखित में आश्वासन दे कि गर्मी में फसल के लिए उन्हें नहर से पानी मिलेगा। उनकी दूसरी प्रमुख मांग तत्कालिक दर पर मुआवजा की थी। यहां पेंच इस बात को लेकर फंस रहा है कि केलो परियोजना का काम वर्ष 2009 में शुरू हुआ।

वहीं नहर निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण भी वर्षों पहले हुआ और उस समय अवार्ड पारित होने के बाद मुआवजा का निर्धारित किया गया। किसानों का कहना है कि उनके नाम पर जो मुआजवा बना है उसे ग्रामीणों ने लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा वहां काम शुरू करवाया जा रहा है, ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं।

सोमवार शाम नेतनागर में हुई ग्राम सभा में सर्वसम्मति से लिये निर्णय के अनुसार मंगलवार सुबह वहां के किसानों ने आंदोलन का आगाज कर दिया। तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा और पुसौर थाना प्रभारी नारायण सिंह मरकाम ने दलबल के साथ मोर्चा सम्हाला, पर उनकी समझाईश के बावजूद किसान शांत नहीं हुए।

इस बीच नहर खुदाई के लिए जेसीबी वाहन को आते देख ग्रामीणों का मिजाज गर्म हो गया, मगर किसान नेता लल्लू सिंह ने उन्हें केवल विरोध करने की सलाह दी। वहीं, किसानों के आंदोलन को समर्थन देने भाजपा से शक्ति अग्रवाल, रत्थू गुप्ता, सुरेंद्र पांडेय, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा नेता राधेश्याम शर्मा, युवा संकल्प से बानू खूंटे और भारत भूषण शास्त्री भी पहुंचे।

किया अनोखा विरोध

प्रशासनिक अमले ने जैसे ही नहर खुदाई के लिए काम शुरू किया तो ग्रामीण जेसीबी मशीन के सामने बैठ गए और भजन-कीर्तन कर अनोखा विरोध करने लगे। हालांकि मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाईश दी, लेकिन वे नहीं माने और प्रदर्शन पर डटे रहे। नेतनागर में किसानों के आंदोलन की खबर मिलते ही एसडीएम गगन शर्मा वहां गए और ग्रामीणों को नहर निर्माण का विरोध न कर सहयोग की अपील की।

वहीं  किसानों के साथ भाजपा, संघर्ष मोर्चा, युवा संकल्प ने भी प्रशासनिक कार्रवाई को गलत बताते हुए इसमें सुधार की मांग को लेकर ऐसा हल्ला बोला कि टीम को वापस लौटना पड़ा। एसडीएम गगन शर्मा नेतनागर में नहर खुदाई से भविष्य में होने वाले लाभ को गिनाते रहे, मगर किसान इस गर्मी में नहर से पानी और वर्तमान दर पर मुआवजा राशि की सौगात लिखित में मांगते रहे। यही वजह रही कि इस मसले को लेकर गहमा गहमी बनी रही।

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