कोविड और H3N2 वायरस एक साथ कर सकते हैं हमला, ये स्थिति जानलेवा, यूं करें बचाव

Covid19 and H3N2 Virus: देश में इन्फ्लूएंजा का H3N2 वायरस जानलेवा बनता जा रहा है. इस वायरस से अब तक तीन मरीजों की मौत हो चुकी है. इस बीच कुछ राज्यों में कोविड के केस भी बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि कोविड और इन्फ्लूएंजा ये दोनों ही वायरस एक साथ भी हो सकते हैं, यानी किसी व्यक्ति को एक ही समय में दोनों वायरस का संक्रमण हो सकता हैं. वायरस के इस डबल अटैक से मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है और मौत होने का खतरा भी बढ़ जाता है. लोगों को सलाह है कि वे खांसी-जुकाम या बुखार कोलेकर लापरवाही न करें.

डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल कोविड के लक्षण भी फ्लू की तरह ही है. इससे गंभीर मामले नहीं हो रहे हैं. लेकिन इन्फ्लूएंजा का वायरस काफी संक्रामक हो गया है. दोनों वायरस के फैलने का तरीका भी लगभग एक जैसा ही है. ऐसे में इस बात की आशंका है कि ये दोनों वायरस एक साथ भी अटैक कर सकते हैं.

अस्पताल में भर्ती करने की पड़ती है जरूरत

एमडी मेडिसिन और दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ कमलजीत सिंह कैंथ ने  से बातचीत में बताया कि किसी भी व्यक्ति को एक ही समय में दो या इससे अधिक वायरस भी संक्रमित कर सकते हैं. ऐसी स्थिति में लाइन ऑफ ट्रीटमेंट मरीज के लक्षणों के आधार पर ही किया जाता है. लेकिन एक साथ दो वायरस के संक्रमण से मरीज की हालत गंभीर हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक साथ दोनों वायरस से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूती से लड़ नहीं पाता है. इससे मरीज की हालत बिगड़ने लगती है. इस स्थिति में अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है. अगर किसी कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति या फिर बुजुर्ग मरीज को एक साथ ये दोनों वायरस संक्रमित करते हैं तो मौत का खतरा भी रहता है.

कैसे पता करें कि दोनों वायरस से हुए हैं संक्रमित

डॉ सिंह कहते हैं कि अगर किसी मरीज को खांसी,जुकाम और बुखार है और दो दिन से ज्यादा समय तक ये लक्षण बने हुए हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें. अपनी आरटी-पीसीआर जांच भी कराएं और फ्लू का टेस्ट भी कराएं. अगर जांच में कोविड और फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इसका मतलब है कि दोनों इंफेक्शन एक साथ हो गए हैं. इस स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराएं. लापरवाही बरतना खतरनाक हो सकता है.

ये लोग रखें विशेष ध्यान

डॉ सिंह कहते हैं कि इन्फ्लूएंजा के बढ़ते खतरे को देखते हुए गर्भवती महिलाओं, बुजुर्ग लोग, पांच साल से छोटे बच्चे और पुरानी बीमारी से जूझ रहे मरीजों को सतर्क रहना चाहिए. इन लोगों को फ्लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है. खांसी-जुकाम और बुखार को हल्के में नहीं लेना है.

मरीजों की हो रही आरटीपीसीआर जांच

इन्फ्लूएंजा के साथ कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली और आसपास के अस्पतालों में आने वाले मरीजों की आरटीपीसीआर जांच भी की जा रही है. अगर कोई मरीज कोविड पॉजिटिव मिल रहा है तो लक्षणों के आधार पर उसका इलाज किया जा रहा है.