राहुल गांधी ज्यादा जिम्मेदारी से बात करें, हकीकत भी देखें- कांग्रेस नेता को RSS की नसीहत

नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाल के बयान पर कहा कि उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए. साथ ही वह वास्तविकता को भी देखें. उन्होंने यह भी कहा कि देश में नेरेटिव बदलने की जरुरत है. भारत में हिंदुत्व के विचार को कुछ लोगों ने विकृत करने की कोशिश की है. इस वक्त सही इतिहास बताने की जरूरत है.

राहुल गांधी के बयान पर दत्तात्रेय होसबाले ने कहा, “मुझे लगता है कि इस पर कुछ कहना ठीक नहीं है. कांग्रेस के उनके पूर्वजों ने भी संघ को लेकर बहुत कुछ कहा है.” उन्होंने आगे कहा, “मैं उनके बारे में इतना ही कहना चाहता हूं कि उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए और वास्तविकता को भी देखना होगा.” उन्होंने कहा कि हमने यह विचार किया है कि हर तीन महीने में पूरे परिवार के साथ गृहस्थी कार्यकर्ताओं का मिलन होगा जिसमें महिलाओं की भी सहभागिता होगा. होसबाले ने वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश वैदिक के निधन पर भी शोक जताया.

तोड़ने वाले शक्तियों से अलर्ट रहें- RSS

दत्तात्रेय होसबाले ने किसी का नाम लिए बगैर ही कहा, “कुछ लोग देश को तोड़ने वाली शक्तियां है. इसके नारे भी यूनिवर्सिटी से लगे हैं. सरकार इन पर कानूनी कार्रवाई करेगी. संघ इसके लिए समरसता का काम करेगी, साथ ही चर्चा भी करेंगे. देश को तोड़ने वाली शक्तियों से चौकन्ने रहने की जरूरत है.”

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आरएसएस की शाखा में लगातार हो रहे इजाफा के बारे में होसबाले ने कहा, “शाखा में पहले से अधिक लोग आ रहे हैं. पहले से अधिक शाखा भी लग रही है.” उन्होंने यह भी बताया कि शाखा में शामिल लोग सामाजिक कार्य में प्रत्यक्ष रूप से शामिल भी होते हैं. हमने सामाजिक काम को लेकर शाखाओं में शामिल होने वाले कई स्वयंसेवकों से फीडबैक भी लिया है.

होसबाले ने कहा कि केरल के सबरीमाला से एक रिपोर्ट आने वाली है और यह सर्वे वहां के हमारे स्वयंसेवकों ने किया. हमने करीब 10 हजार लोगों से सर्वे करने को कहा कि शाखा के कार्यकर्ताओं ने किस तरह के सामाजिक कार्यों को अंजाम दिया है. अगले 6 महीने में इस सर्वे को पूरा करने को कहा गया है. सर्वे में सामाजिक परिवर्तन में शाखा के कार्यकर्ताओं का क्या योगदान रहा है उसे भी शामिल करने को कहा है.

देश का नेरेटिव बदलने की जरूरत- RSS
उन्होंने कहा कि देश का नेरेटिव बदले जाने की जरूरत है. कुछ लोगों ने भारत में हिंदुत्व के विचार को विकृत करने की कोशिश की है. देश के इतिहास को विकृत करके कुछ लोगों ने बताया है. आज हमें सही इतिहास बताने की जरूरत है. भारत के संस्कृति विरासत को सही तौर पर कैसे प्रस्तुत करना है यह बताना भी जरूरी है.

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होसबाले ने कहा कि आने वाले 25 सालों में भारत को आर्थिक, ज्ञान, कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है. संघ का शताब्दी वर्ष 2025 के विजयादशमी से शुरू होगा. इस कार्यक्रम का क्या स्वरूप होगा यह अगले प्रतिनिधि सभा में तय होगा. सामाजिक परिवर्तन के पांच विषय लिए गए हैं जिस पर चर्चा हुई है. ये विषय हैं सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण और नागरिक कर्तव्य. ये पांच विषय किसी भी व्यक्ति के जीवन में करने लायक होते हैं.