सोमवार देर रात 2 बजे कार्डिएक अरेस्ट से करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का राजस्थान के जयपुर में निधन( death in jaipur ) हो गया। वे 80 साल के थे और लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे थे।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका ब्रेन स्ट्रोक का इलाज चल रहा था। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए राजपूत सभा भवन जयपुर में रखा जाएगा। लोकेंद्र सिंह कालवी ने करणी सेना के कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया था और कई विवादों में भी रहे थे।
फिल्म पद्मावत को लेकर पूरे देश में बवाल
राजस्थान के नागौर जिले के कालवी गांव में जन्में लोकेंद्र आखिरी बार सुर्खियों में तब आए थे जब फिल्म पद्मावत को लेकर पूरे देश में बवाल हुआ था. हालांकि, इससे पहले वो जोधा-अकबर फिल्म के खिलाफ भी मुखर होकर अभियान चला चुके थे. उनके पिता राज्य और केंद्र में भी मंत्री रहे. अजमेर के मेयो कॉलेज से पढ़ाई करने वाले कालवी के पिता चंद्रशेखर सरकार की कैबिनेट में थे।