लोकतंत्र को बर्बाद करने वाले इसे बचाने की बात कर रहे हैं : मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को संसद में राहुल गांधी के लोकतंत्र संबंधी बयान को उठाने के लिए सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकतंत्र को कुचलने वाले इसे बचाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘तानाशाह’ करार दिया। विजय चौक पर पत्रकारों से बात करते हुए खरगे ने कहा, “जो (भाजपा) लोकतंत्र को कुचल रहे हैं और नष्ट कर रहे हैं, वही लोकतंत्र और देश के गौरव को बचाने की बात कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि कानून का कोई शासन नहीं है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ‘तानाशाह’ की तरह देश चला रहे हैं।


खरगे ने बीआरएस, वामपंथी दलों और आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों के सांसदों के साथ संसद भवन परिसर से विजय चौक तक एक विरोध मार्च निकाला। यह मार्च तब निकाला गया, जब भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ कथित रूप से लोकतंत्र पर अपनी टिप्पणी से भारत को बदनाम करने के लिए उनसे माफी की मांग की।

गांधी ने हाल ही में लंदन में आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र की संरचनाएं ‘क्रूर हमले’ के अधीन हैं और देश की संस्थाओं पर व्यापक हमला हो रहा है।



कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया, “वे एजेंसियों के ‘दुरुपयोग’ के माध्यम से विपक्षी दलों का ‘दमन’ कर रहे हैं। यह ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ जैसा है।” खरगे ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने कई बार विदेशों में भारत का ‘उपहास’ किया है और चीन, दक्षिण कोरिया, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात में दिए गए उनके भाषणों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री भारत के खिलाफ हर तरह की बातें कह सकते हैं तो राहुल गांधी ऐसा करते हैं तो यह अपराध क्यों है।

”अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश”


कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह सब सरकार द्वारा अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम अदाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग कर रहे हैं। सरकार इससे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है… हम साथ हैं और अदाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग करते रहेंगे।”

”राज्यसभा में किया जा रहा भेदभाव”


विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यसभा में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है, क्योंकि सदन के नेता को 10 मिनट के लिए बोलने दिया गया और जब वह उठे तो सदन को दो मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी दलों ने इससे पहले संसद में अपनी रणनीति बनाने के लिए नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में बैठक की। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज पहला दिन है।