Google ने रिलीज किया Android 14 का दूसरा प्रीव्यू, धांसू फीचर्स के साथ ही मिलेंगी ये सारी खूबियां, जानिए A2Z डिटेल?

नई दिल्ली: आजकल लोगों की निर्भरता सोशल मीडिया पर बढ़ती जा रहा है. यही वजह है कि यूजर्स की डिमांड को देखते हुए टेक्नोलॉजी भी एडवांस होते जा रहे हैं. इसी कड़ी में Google ने Android 14 का नया डेवलपर्स प्रीव्यू रिलीज कर दिया है. यह कंपनी का दूसरा डेवलपर्स प्रीव्यू है, जिसमें कई नए फीचर्स देखने को मिल रहे हैं.

Google:नया अपडेट बेहतर प्राइवेसी, सिक्योरिटी और परफॉर्मेंस के साथ आता है. यानी Android 14 में आपको बेहतर प्राइवेसी के साथ दमदार सिक्योरिटी और पावरफुल परफॉर्मेंस भी मिलेगी. इस अपडेट में कंपनी ने टैबलेट और फोल्डेबल डिवाइसेस के एक्सपीरियंस को रिफाइन करने की कोशिश की है. मार्च में आए डेवलपर्स प्रीव्यू के बाद अप्रैल में कंपनी पहला बीटा रिलीज कर सकती है, जो अगले तीन महीने तक चलेगा. इन सब के बाद कंपनी स्टेबल वर्जन रिलीज करेगी.

मिलेंगे खास फीचर्स?


Google:Android 14 के डेवलपर्स प्रीव्यू 2 में प्राइवेसी के लिहाज के खास फीचर जोड़ा गया है. इसमें यूजर्स किसी ऐप को चुनिंदा फोटोज या वीडियोज का एक्सेस दे सकते हैं. अभी तक किसी ऐप को फोटो और वीडियो का एक्सेस देने पर सभी फोटोज व वीडियो का एक्सेस मिल जाता है, लेकिन अगले एंड्रॉयड वर्जन में ऐसा नहीं होगा.

Google:डेवलपर्स प्रीव्यू में यूजर्स को सलेक्टेड फोटो-वीडियोज, सभी फोटो-वीडियोज और नो-एक्सेस का ऑप्शन मिलता है. इसके अलावा क्रेडेंशियल मैनेजर में भी बदलाव किया गया है, जिसकी मदद से यूजर्स पास-की के जरिए साइन-इन कर सकेंगे. साथ ही यूजर्स को बेहतर UI देखने को मिलेगा.

Google:नए डेवलपर्स प्रीव्यू में बेहतर एंड्रॉयड मेमोरी मैनेजमेंट सिस्टम जोड़ा गया है, जो बैकग्राउंड में किसी ऐप की आसानी से काम करने में मदद करेगा. इसके अलावा रीजन बेस्ड प्रीफ्रेंस भी देखने को मिलेंगे. यानी अगर आप भारत में रहते हैं, यहां टेम्परेचर सेल्सियस में दिखेगा, जबकि यूरोप वालों को टेम्परेचर फारेनहाइट में दिखेगा.

क्या होता है डेवलपर्स प्रीव्यू?


Google:दरअसल, गूगल किसी भी Android वर्जन का फाइनल वर्जन रिलीज करने से पहले डेवलपर्स प्रीव्यू और बीटा वर्जन लॉन्च करता है. ये अपडेट्स सामान्य यूजर्स के लिए नहीं होते है बल्कि डेवलपर्स और टेस्टर्स के लिए होते हैं, जो नए Android वर्जन के फीचर्स को टेस्ट कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल सिर्फ ऐप डेवलपर्स को करना चाहिए, जिससे वे नए अपडेट के साथ ही अपने ऐप्स को भी अपडेट रख सकें.