रायगढ़ ,26 फरवरी । आम लोगों को सुरक्षा देने वाली पुलिस एक परिवार के लिए आफत बन गई है। जशपुर से लैलूंगा किसी काम से आए युवक से पुलिस ने न सिर्फ एक लाख लूट लिया गया बल्कि छोड़ने के लिए अलग से अकाउंट में 70 हजार भी ले लिया गया। एसडीओपी धरमजयगढ़ ने बताया कि दरअसल, जिसे पीड़ित पुलिस समझ रहा है वह 112 का चालक है। उन्होंने जो बताया उसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। पीड़ित सुशील यादव ने बताया कि इसी माह 3 फरवरी को उनके बेटे खीरो यादव के साथ लैलूंगा खेल मैदान के पास पुलिस बनकर पौने 2 लाख रुपए लूट लिया गया। पीड़ित के मुताबिक उनका बेटा खीरो नई गाड़ी खरीदने लैलूंगा गया था। उसके पास 1 लाख नकदी था।
किसी को इसकी भनक लग गई और लैलूंगा खेल मैदान के पास उसे पुलिस वालों के नाम पर रोक लिया गया और इतना पैसा कहां से लाए बोलकर पहले तो पूछताछ किया फिर उसके पास रखे 1 लाख नकदी को छीन लिया। इसके बाद गांजा प्रकरण में फंसा देने की धमकी देकर और पैसे की भी मांग उनके द्वारा की गई।पुलिस के डर से सुशील यादव ने उन कथित पुलिसवालों से संपर्क किया तो उस पुलिस वाले ने अपना नाम कौशल पटेल (थाने का मुंशी) बताया। कथित मुंशी पीड़ित से और पैसे की मांग करने लगा तो कौशल पटेल के फोन पे नंबर पर पीड़ित सुशील ने डर के मारे 70 हजार रुपए और ट्रांसफर कर दिए और वहां से जान छुड़ाकर भागा।
इसके बाद पौने दो लाख की ठगी की शिकायत करने वे 6 फरवरी को रायगढ़ एसपी के पास पहुंचे। इस मामले की उन्होंने एसपी से शिकायत की तो थाने के कथित मुंशी कौशल पटेल ने फोन पे के जरिए ही उसे 70 हजार वापस भी कर दिया। इस मामले में एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक कुमार मिश्रा ने कहा कि जिस व्यक्ति का नाम पीड़ित द्वारा लिया जा रहा है वह पुलिस का कर्मचारी नहीं है, बल्कि उस नाम का व्यक्ति 112 का ड्राईवर है। अभी तक शिकायत मुझ तक नहीं आई है, फिर भी उसके खिलाफ जांच की जायेगी और यदि शिकायत सही पाई गई तो उस पर कार्रवाई भी होगी।
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