रायगढ़ ,26 फरवरी । मन के हारे हार है, मन के जीते जीत, जीवन के इस यथार्थ को जो अपने हृदय में आत्मसात करते हुए आगे कदम बढ़ाते हैं, वे ही अपने मन के बुलंद हौसले की वजह से जमाने में एक नव इतिहास बनाने में कामयाब होते हैं। इसी कहावत को अपने जीवन में आत्मसात कर समयानुसार कामयाबी की नयी दास्तां लिखने में कामयाब होकर साथ ही पूरे विश्व में देश का मान बढ़ाने में अग्रणी हैं शहर की बेटी याशी जैन।
देश की सुप्रसिद्ध पर्वतारोही याशी जैन अब देश-विदेश में किसी परिचय की मोहताज नहीं है, जिनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये पहली छत्तीसगढ़ की बेटी हैं जिन्होंने तीन महाद्वीप के शिखर पर वतन का तिरंगा लहराया है। वहीं विगत 2 फरवरी से इन्होंने चढ़ाई शुरू की थी। उन्होंने कहा कि कई बार मौसम खराब होने की वजह से चढ़ाई में समस्या आई व रुक रुक कर करनी पड़ी। अंततः विगत 14 फरवरी को माऊंट अंककागुआ, जिसकी ऊंचाई 6961 मीटर (22840 फीट) है के शिखर पर वतन का तिरंगा लहराया। सातों महाद्वीप के हाईयेस्ट पीक में माऊंट एवरेस्ट के बाद के कठिन पर्वतों में इसका नाम आता है।
इसके पूर्व याशी यूरोप महाद्वीप का हाईयेस्ट पीक माऊंट एल्ब्रस और अफ्रीका महाद्वीप का हाईयेस्ट पीक माऊंट किलीमंजारो के साथ कई छोटे बड़े पीक सम्मिट कर चुकी है। वर्ष 2021 में माऊंट एवरेस्ट को फतह करने का भी दो बार प्रयास किया था। उनका आगामी मिशन माऊंट एवरेस्ट को फतह करना है।
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