नई दिल्ली ,23 फरवरी । यूरेशियन पेटेंट कन्वेंशन, मॉस्को के एक अंतरराष्ट्रीय अंतर सरकारी संगठन, यूरेशियन पेटेंट ऑर्गेनाइजेशन (ईएपीओ) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने एक गैर-प्रकटीकरण समझौते के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान डिजिटल लाइब्रेरी (टीकेडीएल) तक पहुंच पर एक सहयोग समझौता किया ग्लोबल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी कन्वेंशन (जीआईपीसी) 2023 के मौके पर यूरेशियन पेटेंट कार्यालय, यूरेशियन पेटेंट ऑर्गेनाइजेशन, मॉस्को के अध्यक्ष ग्रिगोरी इव्लिव और गोवा में सीएसआईआर-टीकेडीएल यूनिट के वैज्ञानिक-एच और प्रमुख डॉ. विश्वजननी जे सत्तीगेरी ने शुक्रवार को दोनों पक्ष के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौते का आदान-प्रदान किया।
इस समझौते के माध्यम से, ईएपीओ बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) अनुदान के उद्देश्यों के लिए पेटेंट आवेदनों में भारतीय पारंपरिक ज्ञान से संबंधित पूर्व कला की खोज और जांच के उद्देश्य से टीकेडीएल डेटाबेस की सामग्री तक पहुंच प्राप्त करेगा। ईएपीओ के साथ इस सहयोग से, दुनिया भर में टीकेडीएल डेटाबेस तक पहुंच रखने वाले पेटेंट कार्यालयों की संख्या बढ़कर सोलह हो गई है।
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यूरेशियन पेटेंट कन्वेंशन के अनुबंधित देशों में यूरेशियन पेटेंट कार्यालय, तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस गणराज्य, ताजिकिस्तान गणराज्य, रूसी संघ, कजाकिस्तान गणराज्य, अजरबैजान गणराज्य, किर्गिज गणराज्य और आर्मेनिया गणराज्य शामिल हैं। ईएपीओ, मॉस्को के साथ टीकेडीएल एक्सेस समझौते पर हस्ताक्षर, आईपीआर के साथ-साथ पारंपरिक ज्ञान के क्षेत्र में ईएपीओ के सदस्य देशों और भारत के बीच एक नई साझेदारी और आपसी सहयोग की शुरुआत का प्रतीक है। यूरेशियन पेटेंट कार्यालय ईएपीओ और पीसीटी प्रक्रिया के तहत दायर आवेदनों की ठोस जांच के बाद यूरेशियन पेटेंट प्रदान करने का करता है जो इसके सदस्य राज्यों के क्षेत्रों पर मान्य हैं।
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