हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने में नवागढ़ पुलिस को मिली सफलता

जांजगीर चांपा ,19 फरवरी । मामले का सक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थीया पुजा कश्यप उम्र 25 वर्ष निवासी हिरागढ (दूरी) द्वारा थाना नवागढ में रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 18.02.23 को शाम लगभग 07.00 बजे अपने घर मे सभी थे उसी दौरान अपने निर्माणाधीन घर को छत कराने की खर्च के संबंध में चर्चा कर रहे थे तभी प्रार्थिया का ससुर बोला की छत कराने का खर्चा मैं वहन करूंगा उसी समय प्रार्थिया का पति श्रीनाथ कश्यप बोला की बाकी भाई तो घर खर्चा के लिए कोई पैसा नहीं नहीं देते है हम लोग पचास हजार रूपये दे चुके है अब आगे नही देगे तब प्रार्थिया के जेठ बैजनाथ कश्यप एवं देवर राजेश कश्यप मृतक को तुम लोग भाग कर प्रेम विवाह किये हो तो तुम लोगो को कोई जमीन जायदाद का बटवारा नहीं मिलेगा बोले तो इसके पति मेरा भी औलाद है

कैसे बटवारा नहीं मिलेगा कहकर बोला तब वाद विवाद बढ़ने पर प्रार्थिया एवं उसका पति घर से थाना रिपोर्ट करने जाने के लिए घर से बाहर निकलकर डायल 112 को फोन करते हुए नवागढ तरफ पैदल जा रहे थे रात्रि में लगभग 08.00 बजे नहर पुल के पास पहुचे थे उसी समय इसका देवर राजेश कश्यप घर तरफ से चिरवा लकड़ी का बत्ता लेकर आया और प्रार्थिया के पति को जान से मारने की धमकी देते हुए प्राण घातक हमला किया जिससे इसके पति को गंभीर चोट आए औऱ इसका पति जमीन में गिर गया। प्रार्थीया बचाव बचाव कहकर चिल्लाई तो उसका देवर राजेश कश्यप वहां से भाग गया। प्रार्थिया की आवाज को सुनकर उसके परिजन आये, जिन्हें घटना के सम्बंध में बताकर उपचार हेतु सरकारी अस्पताल राछाभाठा (नवागढ) ले गये जहां डाक्टर द्वारा इसके पति को मृत घोषित कर दिया गया।

प्रार्थिया की रिपोर्ट पर आरोपी के विरुद्ध थाना नवागढ़ मे अप. क. 63/23 धारा 302 भादवि भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया प्रकरण की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुये आरोपी राजेश कश्यप उर्फ राकेश कश्यप उम्र 22 वर्ष निवासी हीरागढ (दूरी) के पानी टंकी के पास भागने कि फिराक में साधन का इतजार करते खड़ा था जिसे साइबर सेल से मिली तकनीकी जानकारी एवं मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त लकड़ी के बत्ता को बरामद कर आरोपी को न्यायालय पेश किया गया जहाँ से आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया। उपरोक्त कार्यवाही मे उनि बी एन बनाकर सउनि एच एल एक्का, प्रआर श्रवण खुटे आर. शिवभोला कश्यप दिलीप कश्यप, कुलदीप खुटे, गोपेश्वर पटेल, रामदेव साहू एवं साईबर सेल टीम की सराहनीय भूमिका रही है।