Raigarh News : कोल माइंस की निगरानी करेंगे मायनिंग प्रहरी, कोयला मंत्रालय ने लॉन्च किया एप

रायगढ़ ,19 फरवरी  कोयला खदानों की लीज एरिया में अवैध खनन कर रहे माफिया पर निगरानी के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का सहारा लिया गया है। कोयला मंत्रालय ने एक मोबाइल एप विकसित किया है, जिसमें कोई भी नागरिक शिकायत कर सकता है। फिर उस लोकेशन में हो रही खनन गतिविधियों को सैटेलाइट के जरिए जांचा जा सकेगा। कार्रवाई भी तेजी से की जाएगी।

प्राय: देखने में आ रहा है कि कोयला खदानों की सीमा में भी कई माफिया समूह आसानी से कोयले की अवैध निकासी कर रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए कोशिश नाकाम हो जाती है, क्योंकि स्थानीय स्तर पर कोई मदद नहीं मिलती। अब इस पर काबू पाने के लिए तकनीक की मदद ली जा रही है।

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कोयला मंत्रालय ने खनन प्रहरी नामक एप लॉन्च किया है। कोई भी नागरिक इस एप की मदद से अवैध खनन स्थल पर जियो टैग्ड फोटोग्राफ और कुछ अन्य जानकारियों के साथ शिकायत कर सकेगा। इसके आधार पर संबंधित लोकेशन में स्पेस टेक्नोलॉजी की मदद से जांच की जा सकेगी। कोल माइन सर्विलांस एंड मैनेजमेंट सिस्टम नामक वेब एप भी लॉन्च किया गया है। इस वेब एप में भी शिकायत की जा सकेगी।

कहां हो रहा खनन, तुरंत पता चलेगा

दरअसल स्वीकृत खदान के लीज एरिया के अंदर भी कई स्पॉट ऐसे हैं जहां कोयला खनन हो रहा है। मांड-रायगढ़ कोलफील्ड्स में भी कई खदानों के किनारे से यह काम चल रहा है। खनिज विभाग कभी इन जगहों पर कार्रवाई नहीं करता। अब खनन प्रहरी और सीएमएसएमएस के जरिए इन पर कार्रवाई की जा सकेगी।