BJP के 3 नेताओं की हत्या के बाद बड़ा एक्शन, CM भूपेश बघेल ने पुलिस महानिदेशक-DGP अशोक जुनेजा से की चर्चा

रायपुर,13 फरवरी (वेदांत समाचार)। बस्तर संभाग में एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या के बाद सरकार एक्शन में है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस महानिदेशक-DGP अशोक जुनेजा से हालात पर बात की है। उन्होंने फिलहाल सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाकर उन्हें सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की समझाइश देने का निर्देश दिया है। नक्सल प्रभावित जिलों के पुलिस अधीक्षक जल्द ही ऐसी बैठक बुलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राजनेताओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण है, चाहे वे किसी दल के हों।

कोरिया रवाना होने से पहले रायपुर हेलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, इस महीने इस तरह की वारदात होती रही है। यह सही है कि भाजपा के कुछ नेताओं की इस तरह हत्या हुई है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे यह भी पता चलता है कि नक्सलियों की ताकत कमजोर हुई है। इसलिए घरों में जाकर कहीं-कहीं हत्या आदि करके उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। मैंने अभी DGP को निर्देशित किया है कि वहां सभी दलों की SP बैठक ले लें। सभी राजनीतिक दलों को सुरक्षा का ध्यान रखने आदि की जानकारी दें। कहीं जा रहे हों तो पुलिस को बता कर जाएं। सुरक्षा में जाएं। मैंने DG से कहा है कि सभी SP इस तरह की बैठक कर राजनीतिक दलों को सचेत करें। उनकी सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है, चाहे वे किसी भी दल के हों।

भाजपा नेताओं ने सरकार पर उनकी सुरक्षा घटाने का आरोप लगाया है। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भाजपा नेताओं की सुरक्षा हटाने संबंधी आरोप गलत है। केदार कश्यप चुनाव हार गए हैं। गागड़ा जी चुनाव हार गए हैं, उनको जेड प्लस सुरक्षा है। हमनें कहीं कमी नहीं की है। रमन सिंह जी की क्या स्थिति है। कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जाते भी नहीं और उनकी सुरक्षा देखिए। मुख्यमंत्री से ज्यादा सुरक्षा उनको मिला हुआ है। मुख्यमंत्री के पास एनएसजी का सुरक्षा घेरा नहीं है, रमन सिंह के पास है। उधर सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी की सुरक्षा हटा दिये हैं। राजनीतिक द्वेष वश निर्णय तो ये लेते हैं। हम लोग उस प्रकार से नहीं करते हैं।

भाजपा अध्यक्ष के आंकड़ों को बताया झूठा

मुख्यमंत्री ने कहा, अभी नड्‌डा जी (भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा) आए थे जो आंकड़े बता रहे हैं वह झूठा है। वह सब आंकड़े मैं देता हूं कि किस तरह अपराध में कमी आई है। पश्चिम बंगाल चुनाव में जो लाइन कहकर आए थे कि टीएमसी काे आराम दो.. वहीं लाइन यहां भी दोहरा रहे हैं। उसके साथ झूठ का पुलिंदा भी है। यह डबल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है। इसलिए यह ट्रबल इंजन है कि रमन सिंह को 15 साल तक मौका मिला। धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपया मिलेगा ये कहे थे, लेकिन नहीं दिये। इनकी सरकार आ जाएगी तो मिलेगा क्या किसान को? नहीं मिलने वाला। राजीव गांधी किसान न्याय योजना मिलना नहीं है। उन 15 सालों में हजारो एकड़ जमीन उन्होंने आदिवासियों से छीना है। इन चार सालों में बता दीजिए कि हमने एक भी आदिवासी की जमीन ली हो। अगर कहीं ऐसा हुआ भी है तो चार गुना मुआवजा दिया है।

आदिवासी नेताओं से व्यवहार के आरोपों पर घेरा

भाजपा नेताओं ने अरविंद नेताम को नोटिस दिये जाने पर कांग्रेस को घेरा है। इससे जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ये आदिवासियों की बात करते हैं। बलीराम कश्यप जब जीवित थे तो उनके साथ क्या व्यवहार हुआ? ननकीराम कंवर के साथ क्या व्यवहार किया? गणेश राम भगत को उन्होंने दूध की मक्खी की तरह निकाल फेंका। नंद कुमार साय को जबरदस्ती जोगी के साथ भिड़ाकर क्या व्यवहार किया। आज उनकी क्या स्थिति है? चार बार के निर्वाचित सांसद सोहन पोटाई के साथ उन्होंने क्या व्यवहार किया?

रमन सिंह की संपत्ति बढ़ी और 39% लोग गरीब हो गए

मुख्यमंत्री ने कहा, रमन सिंह के राज में रमन सिंह और उनके परिवार वालों की संपत्ति कितने गुना बढ़ा। लूट मचाकर रखे थे रमन सिंह जी। राज्यपाल से हमने अनुमति मांगी थी जांच की तो अनुमति भी नहीं दिये। नये राज्यपाल से उसकी अनुमति मांगी जाएगी। उन्होंने कहा, भाजपा के समय 39.93% लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे थे छत्तीसगढ़ में। उसमें से बस्तर संभाग के जिले देश में सबसे गरीब थे। यह हालत की थी उस डबल इंजन की सरकार ने।

राहुल के भाषण के हिस्से संसद की कार्यवाही से हटाने का भी विरोध

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संसद में दिए गए राहुल गांधी के भाषण के हिस्सों को कार्यवाही से हटाने की बात का विरोध किया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने पदयात्रा शुरू की तो कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में बोलने नहीं देते। मुद्दों को उठाने नहीं देते। सुनते नहीं। सुनते भी हैं तो विषयों को एड्रेस नहीं करते। सात सितम्बर के पहले जो बात राहुल जी ने कही थी वह सच साबित हुआ। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कितनों पर भारी पड़ता हूं। लेकिन उन्होंने अडानी का नाम न लेकर सिद्ध कर दिया कि अडानी भाजपा और केंद्र सरकार पर भी भारी है।

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