कोरिया,08 फरवरी । स्वच्छता की नई बयार शहरों की तर्ज पर कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुरू हो गई है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत स्वच्छता दीदियों के माध्यम से मॉडल ग्राम पंचायतों में कचरा कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। इससे गांव में साफ-सफाई का एक अलग ही माहौल बन रहा है, वहीं दूसरी ओर कचरा कलेक्शन कार्य प्रारंभ होने से गांव की महिलाओं को भी एक अलग तरह का कार्य स्वरोजगार की तरह मिलने लगा है। शासन-प्रशासन के सहयोग से नित नए आयाम गढ़ती महिलाओं की एक ऐसी ही कहानी जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर अंतर्गत मॉडल ग्राम पंचायत पटना में देखने मिली।
ग्राम के ओम साई स्व सहायता समूह की 8 महिलाओं ने गांव को स्वच्छ सुंदर बनाने का बीड़ा उठाया। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ये महिलाएं स्वच्छता दीदियों के रूप में सुबह-सुबह घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन का कार्य कर रहीं हैं। कचरा कलेक्शन के साथ दीदियां गांव को स्वच्छ बनाने में लोगों को सहयोग करने तथा कचरा निपटारे के संबंध में जागरुक करने का कार्य भी निष्ठा के साथ कर रहीं हैं। समूह की दीदियों ने बताया कि वे कचरा कलेक्शन कर सेरिग्रेशन शेड में एकत्रित करती हैं, यहां सूखे एवं गीले कचरे को अलग कर उसका निस्तारण किया जाता है। वे बतातीं हैं कि इस कार्य ने उन्हें अलग पहचान दिलायी है, जब लोग उन्हें स्वच्छता दीदी कहकर बुलाते हैं, तो बहुत अच्छा लगता है।कचरा कलेक्शन के कार्य ने उनके गांव को स्वच्छ बनाने के साथ ही उन्हें रोजगार का अच्छा माध्यम भी दिया है, कार्य शुरू करने से अब तक उन्हें लगभग 7 हजार रुपये तक का लाभ भी प्राप्त हुआ है।
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ग्राम पंचायतों में हो रहे इस कचरा कलेक्शन के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत कोरिया की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती नम्रता जैन ने बताया कि राज्य के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ग्राम पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से स्वच्छता के मानक तैयार किए जा रहे हैं। कोरिया जिले के जनपद पंचायतों के कुछ ग्राम पंचायतों में यह मॉडल के तौर पर प्रारंभ किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत समूह की महिलाओं को रिक्शा प्रदान किया गया है। इसके माध्यम से दीदीयां कचरा कलेक्शन कर कचरा प्रबंधन केंद्र में ला रही हैं। बड़ी मात्रा में कचरा एकत्र होने के बाद उसके छंटाई का कार्य करके उसे सही तरीके से डिस्पोज करने की योजना है।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की जिला समन्वयक ने बताया कि जिले में 41 समूह कचरा कलेक्शन का काम कर रहे हैं। पंचायतों में निर्मित गौठानों एवं गाँव के समीप सेग्रिगेशन शेड बनाये गए हैं जहां अपशिष्ट प्रबंधन के तहत गीला कचरा और सूखा कचरा अलग किया जाता है। समूह द्वारा यूजर चार्ज भी लिया जा रहा है जिसमें प्रति घर 10 रुपये, छोटे दुकान से 20 रुपये और बड़े दुकान से 30 रुपये लिया जाता है। कचरा कलेक्शन के कार्य से समूहों को नियत आय भी हो रही है।
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