विडम्बना : छात्रावासों की शिष्यवृत्ती में फर्क, समानता की मांग…

खरसिया ,07 फरवरी  एकलव्य छात्रावास तथा अन्य छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों की शिष्यवृत्ती में बड़ा अंतर है। पिछले 2 वर्षों से छात्रावासों की शिष्यवृत्ती में कोई इजाफा भी नहीं हुआ है, जबकि महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती चली जा रही है।छत्तीसगढ़ छात्रावास अधीक्षक कल्याण संघ सोसाइटी के प्रादेशिक अध्यक्ष भूपेंद्र पटेल ने जशपुर के कलेक्टर की अनुशंसा का पत्र जारी करते हुए शासन से मांग की है कि शिष्यवृत्ती में हो रही असमानता पर सरकार ध्यान दें। वहीं बताया कि छात्रावास में रह रहे विद्यार्थियों के लिए शासन द्वारा मात्र 1000 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है।

जबकि एकलव्य छात्रावास में यह शिष्यवृत्ती 1500 रुपए है। वहीं एकलव्य के छात्रों के लिए भाड़ा भत्ता 400 रुपए अतिरिक्त भी दिया जाता है। साथ ही नोटबुक तथा अन्य सुविधाएं भी उन्हें प्राप्त हैं। जबकि अन्य छात्रावासों में मात्र 1000 रुपये में इन सभी सुविधाओं को शामिल कर दिया गया है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष ने शासन से मांग की है कि इन छात्रावासों की शिष्यवृत्ती में इजाफा किया जाए। वहीं बताया कि पिछले 2 वर्षों में राशन सामग्री काफी महंगी हो चुकी है। ऐसे में इन छात्रों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए छात्रावास अधीक्षक परेशान रहते हैं।

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जशपुर कलेक्टर ने की अनुशंसा
जशपुर कलेक्टर ने इस मांग को जायज ठहराते हुए आयुक्त को मांग पत्र अग्रेषित किया है। जिसमें उल्लेख है कि पिछले 3 वर्षों में खाद्य सामग्री तथा ईंधन आदि में मूल्य वृद्धि हुई है, वहीं छात्रावास-आश्रमों की शिष्यवृत्ती में पिछले 3 वर्षों से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। ऐसे में मेष संचालन प्रभावित होता है।

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