नई दिल्ली ,07 फरवरी । कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली भारत की दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंचीं। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की। देर शाम दोनों विदेश मंत्रियों ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश सहित द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक चर्चा की। वार्ता से पहले जयशंकर ने ट्वीट किया कि कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली का आज हैदराबाद हाउस में स्वागत हुआ। वह सार्थक चर्चा के लिए तत्पर हैं।
वहीं, दिल्ली में एक थिंक टैंक को संबोधित करते हुए जोली ने कहा कि भारत का बढ़ता रणनीतिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय महत्व इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा के लिए महत्वपूर्ण भागीदार बनाता है। इसके बदले में, कनाडा महत्वपूर्ण खनिजों का विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता, ग्रीन ट्रांजीशन में मजबूत भागीदार और प्रमुख निवेशक हो सकता है। जोली ने भारत में काम कर रही कई कनाडाई कंपनियों के अधिकारियों से भी मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया कि दिल्ली में कनाडा की कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। भारत की आर्थिक और जनसंख्या वृद्धि से शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, भोजन, महत्वपूर्ण खनिजों और हरित बुनियादी ढांचे की मांग बढ़ रही है। ये सभी कनाडा की पहुंच वाले क्षेत्र हैं और हमें इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।
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नवंबर में, कनाडा इंडो-पैसिफिक के लिए एक व्यापक रणनीति पेश की थी, जिसका उद्देश्य शांति, लचीलापन और सुरक्षा को बढ़ावा देना था। कनाडा की इंडो-पैसिफिक रणनीति ने भारत को इस क्षेत्र में एक प्रमुख भागीदार के रूप में दर्शाया है। साथ ही कहा गया है कि ओटावा नई दिल्ली के साथ आर्थिक जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें बड़े पैमाने पर व्यापार और निवेश के साथ-साथ लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण पर सहयोग शामिल है। कनाडा की नीति में उल्लेख किया गया है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में और विश्व स्तर पर रणनीतिक महत्व और नेतृत्व बढ़ा है। साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से वृद्धि कर रही है।
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