Adani Group Crisis मामले पर वित्त मंत्री बोलीं, देश की छवि को नुकसान नहीं, पहले भी वापस हुए हैं FPO

अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आने से बाजार में जहां हलचल मची हुई है, वहीं दूसरी ओर संसद में विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। इस बीच अडानी मामले पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अब बड़ा बयान दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अडानी ग्रुप के मामले में जो भी खबरें आ रही है, उससे देश की स्थिति किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हुई है।

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वित्त मंत्री बोली, पहले भी कई एफपीओ वापस लिए

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बीते 2 दिनों में बढ़कर 8 मिलियन डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा कि FPO का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन अडानी के मामले से भारत की छवि और स्थिति प्रभावित नहीं हुई है। वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई और सेबी सहित अन्य नियामक संस्थाएं अपना काम कर रही है। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने निवेशकों की चिंताओं को दूर करते हुए कहा था कि देश की बैंकिंग प्रणाली स्थिर है और आरबीआई लगातार सतर्कता बरत रहा है। RBI ने कहा है कि बैंकिंग क्षेत्र और व्यक्तिगत बैंकों पर निरंतर निगरानी रखता है।

अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपए के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर को बुधवार को वापस लेने का ऐलान किया था। यह FPO 27 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 31 जनवरी को फुल सब्सक्राइब होकर क्लोज हो गया था। लेकिन हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि अडानी ग्रुप की लिस्टेड 7 कंपनियां 85 फीसदी ओवरवैल्यूड हैं। वहीं अडानी समूह दशकों से स्टॉक हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग में लगा हुआ है।