बैंकर्स लोन स्वीकृत ही नहीं वितरण भी सुनिश्चित करें : कलेक्टर

गरियाबंद। कलेक्टर मलिक ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में बैंकों के कामकाज की समीक्षा से संबंधित जिला स्तरीय समीक्षा समिति व जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सभी बैंक सीडी रेश्यो यानि ऋण जमा अनुपात को 60 प्रतिशत तक लाए। साथ ही कहा कि विकासखंड स्तर पर सभी डाटा को एमआईएस में एंट्री करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि जीवन ज्योति बीमा योजना अंतर्गत स्वीकृत क्लेम को संबंधित परिजनों को तत्काल पहुंचाए। विलंब होने पर संबंधित शाखा प्रबंधक की जवाबदारी तय करने के निर्देश दिए। 

बैठक में शासकीय योजनाओं संबंधित लोन की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि सभी बैंक शाखा अनिवार्य रूप से ब्लॉक लेवल समिति की बैठक में उपस्थित रहे। साथ ही कहा कि शासकीय योजनाओं के अंतर्गत बैंकों में भेजे गए प्रकरणों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। उन्होंने राष्ट्रीय आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, जिला अंत्योदय स्वरोजगार योजना, जिला व्यापार उद्योग केंद्र, मत्स्य पालन से संबंधित स्वीकृति और वितरण की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि विभाग लोन स्वीकृति के साथ ही लोन वितरण की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि लोन वितरण के लिए विभाग बैंक के साथ मिलकर समन्वय बनाए। श्री मलिक ने यह भी कहा कि जिले के दूरस्थ ग्राम पंचायतों में बैंक की शाखाएं खोलने के लिए प्रस्ताव दें। इनमें शोभा, रसेला, सीनापाली, झाखरपाली जैसे ग्राम शामिल हैं। अंत्यावसायी विभाग को रिपोर्टिंग में सावधानी बरतने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि स्वनिधी योजना अंतर्गत ऐसे हितग्राहियों को पुन: लोन दे जो पहले लोन को चुका दिए हैं। कलेक्टर ने राजिम मेला में मोबाइल एटीएम  लगाने हेतु बैंकों को निर्देश दिए हैं। 

बैठक में नाबार्ड की ओर से जिले के संभाव्यतायुक्त ऋण योजना के संबंध में बुकलेट का भी विमोचन किया गया। बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रोक्तिमा यादव, रिजर्व बैंक के. पी गोपीनाथ, नाबार्ड के प्रबंधक प्रियबता साहू, एलडीएम राजीव रंजन सहित बैंक मैनेजर एवं संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे ।