बेमेतरा 16 जनवरी I हर नागरिक के लिए रोटी, कपड़ा और मकान अनिवार्य आवश्यकताओं में है यदि ये तीनों चीजें लोगों के पास रहेगी तो निश्चित ही उनका गुजर–बसर आसानी से हो सकेगा। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे गरीब असहाय जिनके पास अपने परिवार को रखने के लिए झोपड़पट्टी का ही सहारा था, गरीबी और निर्धनता के कारण अपने रहने के लिए आशियाना बनाने में असमर्थ थे और उनका परिवार झोपड़पट्टी में रहने के लिए विवश था। उनके दुख दर्द और पीड़ा को देखते हुए केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना चलाकर लोगों को आशियाना उपलब्ध करा रही है, जो गरीबों के लिए वरदान साबित हुई है।
इसी क्रम में बेमेतरा जिले के जनपद पंचायत साजा से महज 32 कि.मी. की दूरी पर स्थित गांव भुसण्डी हैं जहां सातो बाई नाम की एक 72 वर्षीय वृद्ध महिला निवास करती है। उसके साथ परिवार में एक बेटा, बहु और पोता है, जो पहले कच्चे मकान में रहते थे। कच्चा मकान में रहने के कारण उन्हे जहरीले कीड़े मकोड़े का खतरा, तेज बारिश, आंधी तूफान जैसे परेशानियां का सामना करना पड़ता था।
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वे पक्का मकान बनाने का सपना भी नहीं देख पा रही थी। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत् सातो बाई की पक्के मकान का सपना साकार हुआ है। जिसमें वह वर्तमान में निवासरत है। पीएम आवास के लिए उन्होने शासन/प्रशासन को धन्यवाद दिया है। साथ ही उन्हे शासन द्वारा संचालित अन्य योजनाओं का लाभ मिल रहा है जैसे–स्वच्छ भारत मिशन के तहत उनके घर में शौचालय निर्माण, उज्जवला गैस कनेक्शन एवं पेंशन योजना का भी लाभ मिला है।
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