नई दिल्ली,16 जनवरी । सीबीआई ने रविवार को कथित रूप से 50 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में गुवाहाटी में तैनात एक अतिरिक्त रेल मंडल प्रबंधक, एक बिचौलिए और एक हवाला ऑपरेटर सहित छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया, हरिओम नाम के एक व्यक्ति को भारतीय रेलवे सेवा के अधिकारी (1997 बैच) जितेंद्र पाल सिंह के नाम पर रिश्वत लेते पकड़ा गया था। इसके बाद जितेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोप था कि जितेंद्र सिंह ने निजी ठेकेदारों को अनुचित लाभ देने के इरादे से अनुबंध देने, माप पुस्तिका तैयार करने, चालू खाता बिलों की प्रोसेसिंग, लंबित बिलों का शीघ्र भुगतान करने और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में चल रहे निर्माण कार्य के साथ-साथ सुरक्षा जमा और बैंक गांटरी को जल्द जारी करने के लिए साजिश रची थी। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि जब जितेंद्र सिंह न्यू जलपाईगुड़ी में मुख्य अभियंता (निर्माण) के पद पर तैनात थे, तब उन्होंने नियमित रूप से कई ठेकेदारों से रिश्वत की मांग की और रिश्वत को स्वीकार किया।
रिश्वत की राशि एक ठेकेदार श्यामल कुमार देब के जरिए भेजी गई थी, जो दिल्ली स्थित हवाला ऑपरेटर विनोद कुमार सिंघल के माध्यम से इसे चैनलाइज करता था, जिसे भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। एजेंसी ने कहा, संभावित रिश्वतखोरी की जानकारी मिलने पर सीबीआई ने एक जाल बिछाया गया, जिसके बाद सिंह के एक परिचित को अधिकारी की ओर से कथित तौर पर पचास लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। बाद में सीबीआई ने अधिकारी और हवाला ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया और उन्हें रविवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत में पेश किया।
प्रवक्ता ने कहा, दिल्ली, नरौरा, गुवाहाटी, सिलीगुड़ी और अलीगढ़ सहित विभिन्न स्थानों पर एडीआरएम और अन्य के परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें करीब 47 लाख रुपये नकद, लैपटॉप और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। एजेंसी ने पैसे की व्यवस्था करने वाले ठेकेदार देब, हरिओम के ड्राइवर योगेंद्र कुमार सिंह और दिल्ली में हवाला दुकान के कैशियर दिलावर खान और संजीत रे को भी गिरफ्तार किया है।
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