रायपुर,15 जनवरी । सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही आज से उत्तरायण काल शुरू हो जाएगा। इस शुभ काल को देवताओं का दिन माना जाता है और इसी दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस बार तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति थी जिसकी वजह से लोग दो दिनों तक मकर का पर्व मना रहे हैं।
संक्राति पर नदियों में पुण्य स्नान करने की परंपरा है। स्नान करने के बाद तिल, गुड़ का दान करने का महत्व है। तिल, गुड़, वस्त्र दान से कालसर्प और पितृदोष दूर होता है। दान के पर्व के नाम से प्रसिद्ध मकर सक्रांति में एक दूसरे को गुड़ तिल का दान देने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में खुशहाली आती है। रायपुर के महादेव घाट में भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और डुबकी लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
आमजनता का कहना है कि आज के दिन दान करने का काफी महत्व है स्नान कर भगवान की पूजा करने के बाद तिल, गुड़, अन्न और वस्त्र का दान करना शुभ माना जाता है।
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