रायपुर,15 जनवरी । छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बहुप्रतीक्षित राज्य पात्रता परीक्षा (सेट) चार वर्ष बाद इस बार होने जा रही है। राज्य के कालेजों में सहायक प्रध्यापक व प्राध्यापकों के करीब दो हजार पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी करने से पहले यह परीक्षा ली जाएगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) को परीक्षा कराने के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त कर दिया जाएगा।
READ MORE : मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel ने बलरामपुर में राज्य के पहले शहीद पार्क का किया लोकार्पण
अनुमति मिलते ही व्यापमं को मिलेगी परीक्षा की जिम्मेदारी
राज्य पात्रता परीक्षा पिछली बार 2019 में 19 विषयों में हुई थी। राज्य सरकार ने विभिन्न् विश्वविद्यालयों के प्रस्ताव आने के बाद इस बार भी 19 विषयों में परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। 2019 के बाद कोरोना संक्रमण के चलते इस परीक्षा को लेकर प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पाई थी। राज्य के कालेजों और विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के लिए न्यूनतम योग्यता नेट अथवा सेट परीक्षा उत्तीर्ण होना निर्धारित है। ऐसे में यह परीक्षा प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए रोजगार का साधन बन सकती है। उच्च शिक्षा सचिव भुवनेश यादव के मुताबिक इस परीक्षा के लिए प्रक्रिया चल रही है।
READ MORE : Nepal Plane Crash : Pokhara Airport पर रनवे पर 72 सीटों वाला विमान क्रैश
अब तक छह बार हो चुकी है परीक्षा
प्रदेश में पहली बार 2006 में सेट आयोजित हुई थी। इसके बाद 2013, 2017, 2018 और 2019 में यह परीक्षा आयोजित की गई थी। यूजीसी के अनुसार प्रदेश में हर साल सेट का आयोजन होना चाहिए।
[metaslider id="347522"]