इंदौर। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस 2023 में भारतीय कार्यबल की वैश्विक गतिशीलता को सक्षम करना – भारतीय डायस्पोरा की भूमिका विषय पर पूर्ण अधिवेशन को संबोधित किया। श्री प्रधान ने कहा कि हमारे प्रवासी भारत की सभ्यता का अभिन्न अंग हैं और उन्होंने उसकी महान यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने भारत के कार्यबल के सामर्थ्य और गतिशीलता को बढ़ाने तथा मानवता की सेवा के लिए एक नए भारतीय मॉडल का निर्माण करने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका के बारे में चर्चा की।एनईपी 2020 और नए कौशल दृष्टिकोण के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे लचीले मॉडल की परिकल्पना कर रहे हैं, जो दक्षताओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए अनेक प्रवेश-निकास और कौशल विकास मार्गों से युक्त है। उन्होंने कहा कि भारतीय कार्यबल परिश्रमी, ईमानदार और जिम्मेदार है। भारत कुशल जनशक्ति के वैश्विक केंद्र के रूप में उभर सकता है।
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उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी नए अवसरों का सृजन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऊर्जावान प्रवासी भारतीयों से बहुत आशाएं हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारे 32 मिलियन सशक्त प्रवासी भारतीय वैश्विक कुटुम्ब की सेवा करने हेतु भारत के सामर्थ्य को मजबूत बनाने के लिए अपनी विशेषज्ञता और अनुभवों का उपयोग करेंगे।बाद में, श्री प्रधान ने मॉरीशस और कुवैत के जोशपूर्ण भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत की। उन्होंने युवाओं को भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और विरासत के बारे में शिक्षित करने के उनके सुझावों की सराहना की। श्री प्रधान ने बताया कि एनईपी 2020 आधुनिक दृष्टिकोण सहित भारतीयता पर आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है।
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