CG NEWS : मुख्यमंत्री के OSD बनकर मंत्रालय में लगातार आता, आई कार्ड की हुई जांच, पुलिस ने किया गिरफ्तार…

रायपुर,10 जनवरी । सीएसआईडीसी (CSIDC) का एक कर्मचारी मुख्यमंत्री के ओएसडी बनकर मंत्रालय में लगातार आता-जाता रहा। शक के बाद आई कार्ड की जांच हुई जिसके बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया गया है। मंत्रालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी राकेश शर्मा की रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार किए गए कर्मचारी का नाम यू. रवि पटनायक है, जो सीएसआईडीसी (छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम) में सहायक प्रबंधक के पद पर पदस्थ है। पटनायक मंत्रालय में मुख्यमंत्री का ओएसडी बनकर लगातार जाता रहा। बाहर में ये अपने आप को मुख्यमंत्री का पीए बताता था। इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक कहा जा रहा है। ओएसडी बनकर ये सीएम हाउस में भी पहुंच जाता था।

शिकायत में क्या कहा गया?

मुख्य सुरक्षा अधिकारी राकेश शर्मा ने शिकायत में कहा कि, मंत्रालय और मुख्यमंत्री सचिवालय अटल नगर नवा रायपुर में सुरक्षा डयूटी में तैनात कर्मचारियों के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति जो अपना नाम यू. रवि पटनायक बताता है और मंत्रालय में मुख्यमंत्री सचिवालय में आता-जाता है। अपने आप को मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के पद मे कार्यरत होना बताता है। सुरक्षा ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों द्वारा परिचय पत्र मांगने पर मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन का परिचय पत्र जिसका क्रमांक 1365 और वैधता दिसंबर 2023 तक थी। परिचय पत्र मुख्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा जारी किया हुआ दिखाया। मुख्य सुरक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर को देखने पर हस्ताक्षर कूटरचित होना प्रतीत होता है।

उक्त सूचना के आधार पर मेरे द्वारा मुख्य सुरक्षा अधिकारी के पदीय हैसियत से जारी किए गए परिचय पत्र के सूची का अवलोकन किया गया, जिसमें यू. रवि पटनायक नामक व्यक्ति को विशेष कर्तव्य अधिकारी (मुख्यमंत्री सचिवालय) के पदनाम पर परिचय पत्र जारी नहीं किया जाना पाया गया। उक्त क्रमांक व वैधता का जारी किए गए परिचय पत्र की सूची में कहीं उल्लेख नहीं पाया गया है। यू. रवि पटनायक नामक व्यक्ति द्वारा जानबूझकर विशेष कर्तव्य अधिकारी (मुख्यमंत्री सचिवालय) का परिचय पत्र कूट रचना कर छल करने के प्रयोजन से बनाया है एवं उसका प्रयोग कर रहा है। अत: यू. रवि पटनायक नामक व्यक्ति के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने का कष्ट करें।”