उत्तरप्रदेश। कासगंज रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन की छत पर चढ़ा युवक जिंदा जल गया। युवक काफी देर बोगी पर पड़ा जलता रहा। उसे जलते देख ओएचई लाइन बंद करवाई, उसके बाद आग बुझाकर उसे नीचे उतारा गया। हादसा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 का है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
बताया जा रहा है कि बंदर एक महिला यात्री की चप्पल लेकर ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया था। युवक चप्पल उतारने के लिए बोगी पर चढ़ा था। OHE लाइन की चपेट में आ गया। बोगी पर युवक को जिंदा जलता देख यात्री डर गए। OHE का करंट बंद होने करीब 15 मिनट तक युवक जलता रहा। आग बुझाने के बाद युवक का जला हुआ शव नीचे उतारा गया। ट्रेन की छत पर चढ़ते ही युवक हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया।
जानकारी के मुताबिक, कासगंज से फर्रुखाबाद जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर खड़ी थी। इसी दौरान एक महिला यात्री की चप्पल बंदर लेकर भाग गया। बंदर चप्पल लेकर ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया। यात्रियों के शोर करने पर बंदर ने चप्पल को बोगी के ऊपर ही छोड़ दिया और भाग गया। इसी दौरान कासगंज स्टेशन पर काम करने वाला वेंडर अशोक महिला की चप्पल उतारने के लिए बोगी पर चढ़ा गया। इसी दौरान वह OHE लाइन की चपेट में आ गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवक चिल्लाता रहा लेकिन करंट से खुद को छुड़ा नहीं पाया। सूचना पर रेलवे अधिकारियों ने विद्युत आपूर्ति को बंद होने के बाद अग्निशमन उपकरणों से आग बुझाया। पुलिस ने शव को नीचे उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मौत की सूचना पाकर परिजन रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। स्टेशन पर चीख पुकार मच गई। युवक की मौत के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई।
स्टेशन प्रबंधक मनोज शर्मा ने बताया कि बंदर से चप्पल छुड़ाने के चक्कर में युवक ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया और OHE की चपेट में आ गया। जिससे युवक जल गया, और वक्त उसकी मौत हो गई। OHE की सप्लाई बंद करके बचाव कार्य किया गया।
वहीं हादसे के बाद विद्युत आपूर्ति बंद होने से ट्रेन संख्या 15037 जोकि कानपुर से कासगंज आती है, उसे बघारी कला स्टेशन के नजदीक रोक दिया गया। यह ट्रेन करीब 35 मिनट खड़ी रही। विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर ट्रेन को रवाना किया गया।
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