दो दिवसीय जिला स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता में हजारों प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

कवर्धा ,13 दिसम्बर  जिले में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता में जिले के हजारों प्रतिभागियों ने भाग लिया। शून्य निवेश पर जिले में संचालित पांच सोपानों में आयोजित होने वाली स्पर्धा मे विद्यालय स्तर, संकुल स्तर, जोन स्तर व विकासखंड स्तरीय स्पर्धा उपरान्त जिला स्तर पर आयोजन चार प्रकार की प्रतिस्पर्धा, क्रीड़ा स्पर्धा, ललित कला स्पर्धा, अकादमिक प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक स्पर्धा के साथ ही विज्ञान व भाषायी दक्षतामूलक गतिविधियों को समेकित रूप से सम्मिलित कर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिस्पर्धा संचालित हुआ। बाल क्रीडा प्रतियोगिता में शासकीय विद्यालयों मे विद्यार्थियों के शिक्षा गुणवत्ता स्तर का तृतीय पक्ष सामाजिक अंकेक्षण का यह सर्वथा समुचित माध्यम साबित हुआ है, जहां समाज के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से विद्यार्थियों मे सन्निहित प्रतिभा को तलाशने व तराशने के लिए बेहतर अवसर सहित उत्कृष्ट मंच उपलब्ध कराया गया।



जिला शिक्षा अधिकारी एम. के. गुप्ता एवं उनकी टीम सहायक संचालक यू.आर.चन्द्राकर, एम.आई.एस., प्रशासक सतीश यदु, सहा. जिला क्रीड़ा अधिकारी हफीज कुरैशी तथा विकासखंड के शिक्षा अधिकारियों, संकुल प्राचार्यों एवं संकुल शैक्षिक समन्वयकों ने सतत प्रत्येक स्तर के स्पर्धाओं में पहुंचकर शिक्षको व खेल प्रतिभागी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन कर व्यवस्था को समुचित बनाने में आवश्यक मार्गदर्शन व सहयोग प्रदान किए। बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में बालक एवं बालिका वर्ग के लिए समाहित 25 प्रकार के प्रतिस्पर्धाओं में परम्परागत स्पर्धा दौड़, कूद, फेंक, फुगडी, कबड्डी, खो-खो के अतिरक्त सम्मिलित अकादमिक स्पर्धा कर्सिव राइटिंग अंग्रेजी व श्रुति लेखन सह सुलेख प्रतियोगिता, अंग्रेजी कन्वर्सेशन कम्पिटिशन मे विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया।

जिला स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में ग्राम गंडई खुर्द के क्रीड़ांगन में पंडरिया क्षेत्र के आदिवासी बैगा बाहुल्य सुदूर वनांचल में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला जामुनपानी के प्राथमिक विद्यालय के चौथी कक्षा में अध्ययनरत छात्र दिलशान व छात्रा सुकृति विद्यार्थी का अंग्रेजी कन्वर्सेशन कम्पिटिशन मे धारा प्रवाह अंग्रेजी मे बातचीत के दौरान परस्पर संबोधन, उच्चारण की शुध्दता, स्पष्टता एवं प्रभावी हाव-भाव के साथ अंग्रेजी कन्वर्सेशन कम्पिटीशन मे धारा प्रवाह अंग्रेजी मे बातचीत करना देखते ही बनता था। कबीरधाम ही नही प्रदेश के अन्य शासकीय विद्यालयों तक यह प्रसारित-प्रचारित हो रहा है। आयोजित बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में स्पर्धाओं के दौरान अंग्रेजी कन्वर्सेशन, प्रतिभागियों द्वारा 135 तक पहाड़ा सुनाना, शतरंज स्पर्धा में बाजीगर की भांति प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के बच्चों का शह और मात के लिए बखूबी बाजी चलना, ललित कला अंतर्गत कलश सज्जा, रंगोली प्रतियोगिता, चित्र कला स्पर्धा के साथ ही विज्ञानं के चालित माडल का प्रस्तुकीकरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम एकांकी-प्रहसन, समूह नृत्य प्रतियोगिता की जन सामान्य के बीच खूब सराहना हुई। “बाल देवो भवः“ ध्येय को लेकर शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थिओं के सर्वागीण विकास के लिए पांच सोपानो में जिला स्तर तक आयोजित यह प्रतियोगिता अपने उद्देश्य में सफल रही है।