कलेक्टर ने किया जल जीवन मिशन के चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ

बेमेतरा। कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने कहा है कि शहरों की भांति गांवों में भी अब स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। शासन द्वारा पीने क़े  पानी की  सप्लाई प्रत्येक घर में की जानी  है, प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर में पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है। इस आशय के उद्गार उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग, बेमेतरा जल जीवन मिशन के तहत चार दिवसीय आवासीय केआरसी लेवल-3 के प्रशिक्षण के दौरान व्यक्त किए। इसका आयोजन सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट भुवनेश्वर द्वारा आज सोमवार को बेमेतरा के एक निजी होटल में किया गया।

ग्राम पंचायत स्तरीय हितधारकों का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। प्रशिक्षण में जल जीवन मिशन के उद्देश्यों एवं अवधारणा पर और हर घर नल से जल प्रदाय हेतु कार्य योजना पर चर्चा की गई।

कलेक्टर ने कहा कि आपके गांव में जल जीवन मिशन के काम चल रहे हैं उसकी गुणवत्ता को भी परखें, योजना पूर्ण होने के बाद आपको ही संधारित करना है। गांव में जल का सदुपयोग करने का संकल्प लें। हमको जरुरत के हिसाब से पानी का इस्तेमाल करना होगा। जल है तो कल है, बड़े शहरों में नलों में मीटर लग रहा है, जो पनी का जितना उपयोग उतना ही टैक्स अदा करना होगा। मीटर लगेगा तो नागरिक पानी का सीमित उपयोग करने लगेंगे।

जिलाधीश ने आगे कहा कि धरती का भू-जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, इसे ध्यान में रखते हुए वाटर रिचार्जिंग के प्रति भी हमें ध्यान देना होगा।  

कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य पूर्ण होने पर इसका संधारण पंचायतों को करना है, इसके लिए ग्राम पंचायत नागरिकों से जल कर ले सकते हैं। पेयजल का बेहतर उपयोग हमको ही करना है, पाइप लाइन आदि के लीकेज सुधारने के लिए गांव के युवाओं को ही प्रशिक्षित करना होगा।

डॉ. मनोज दास (सीईडी) भुवनेश्वर ने चार दिवसीय कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जल गुणवत्ता एवं उसकी सुरक्षा के उपाय पर चर्चा एवं गंदे पानी से होने वाली बीमारियों के दुष्परिणामों के संबंध में जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी उपस्थित थे।