सफलता की कहानी : एक कॉल पर घर बैठे बन रहा पांच साल तक के बच्चों का आधार कार्ड

निहारिका सहित 167 बच्चों को मिला मुख्यमंत्री मितान योजना का लाभ

धमतरी। धमतरी शहर के जालमपुर वार्ड के निर्मल बांधे और मधु बांधे अचंभित और प्रसन्न हैं, कि घर बैठे उनकी तीन माह की बच्ची निहारिका का आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया मितान ने आकर पूरी कर दी। बांधे दम्पति खुश होते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हैं और कहते हैं कि मुख्यमंत्री मितान योजना वाकई में आम लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं, क्योंकि इसके जरिए जरूरी सेवाएं नागरिकों को घर बैठे मिल रही है। बच्ची निहारिका का आधार बनाने की प्रक्रिया के बारे में उसकी माता मधु बांधे बताती हैं कि महज टोल फ्री नंबर 14545 पर कॉल करने पर मितान उनके घर पहुंच गए। मितान ने उनकी बच्ची का आधार बनाने जरूरी दस्तावेज संकलित किया और आधार पंजीकरण किया।

बताया गया कि पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियत समय में बच्ची का आधार दिए गए पते पर आ जाएगा। आधार बनाने की प्रक्रिया इतनी सुविधाजनक हो गई कि बांधे दंपति सहसा यकीन नहीं कर पाए।

यह बताना लाजिमी है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने गत मई माह में धमतरी सहित सभी 14 नगर निगमों में मुख्यमंत्री मितान योजना की शुरुआत की। जिसे बाद में प्रदेश के अन्य नगरीय निकायों में शुरू किया जाएगा। इस योजना में मितान घर पहुंचकर 15 प्रकार की नागरिक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। धमतरी नगरनिगम में अब तक चार मितान के जरिए 1959 लोगों को लाभान्वित किया गया है। शुरू में जहां 13 नागरिक सेवाएं मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, दस्तावेज के नकल के लिए अनुरोध, गैर-डिजिटाइज्ड (भूमि रिकॉर्ड आदि की प्रति), जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह पंजीकरण और प्रमाण पत्र, दुकान पंजीकरण, भूमि की जानकारी, जन्म प्रमाण पत्र सुधार, मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार, विवाह प्रमाण पत्र सुधार इत्यादि सेवाएं घर पहुंचाकर दी जा रही थीं। इसमें एक नवम्बर से दो और सेवाएं भी जोड़ दी गईं हैं। इसमें आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेटेशन और पांच साल तक की उम्र के बच्चों का आधार बनाया जाना शामिल किया गया है।

बच्चों का आधार बनाने कुछ दस्तावेज हैं  जरूरी 

मितान घर आकर बच्चों का आधार बनाने सभी दस्तावेज संकलित कर आगे आधार पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। इसके तहत अब तक 167 बच्चों का आधार पंजीकरण किया गया है। इसके लिए राशन कार्ड, सीजीएसएस/स्टेट गवर्नमेंट/ईसीएचएस/ईएसआईसी/मेडिकल कार्ड, आर्मी कैंटीन कार्ड, पासपोर्ट, बर्थ सर्टिफिकेट, राज्य अथवा केंद्र सरकार द्वारा जारी परिवार से संबंधित दस्तावेज लिए जा रहे हैं। बच्चों के आधार पंजीकरण के समय माता, पिता में से किसी एक का आधार नंबर एवं बायोमेट्रिक भी अनिवार्य है।

छोटे बच्चों का आधार बनाने के लाभ

पांच साल तक के बच्चों का आधार विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह एक डिजिटल फोटो पहचान के रूप में भी काम आता है। इसके अलावा पासपोर्ट, पेन कार्ड, बैंक खाता के लिए भी आधार कार्ड उपयोगी रहेगा।       

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