38 करोड़ 32 लाख की लागत से कराया जा रहा नहर लाइनिंग का कार्य

महासमुंद ,09 दिसम्बर। महासमुंद विधानसभा क्षेत्र में करीब 38 करोड़ 32 लाख की लागत से नहरों में लाइनिंग का कार्य कराया जा रहा है। इससे करीब 15 सौ हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई हो सकेगी। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने क्षेत्र में नहर लाइनिंग कार्य के प्रगति के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। महासमुंद विधानसभा क्षेत्र की नहरों में लाइनिंग नहीं होने के कारण किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा था। इसके चलते फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही थी। इससे हजारों किसान प्रभावित हो रहे थे।

नतीजतन हर साल फसल का उत्पादन कम होता था। जिसे गंभीरता से लेते हुए संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर नहर लाइनिंग कार्य के लिए प्रदेश सरकार का ध्यानाकर्षित कराया। बाद इसके 38 करोड़ 32 लाख 18 हजार की लागत से नहर लाइनिंग के साथ ही नहरों में जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। इससे करीब 15 सौ हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई हो सकेगी। संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर को जल संसाधन के कार्यपालन अभियंता विश्वकर्मा ने बताया कि कोडार जलाशय परियोजना अंतर्गत परसाडीह वितरक नहर सीसी लाइनिंग के लिए सात करोड़ 44 लाख 45 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। जिसमें कार्य प्रगति पर है। इससे करीब तीस सौ हेक्टेयर में सिंचाई की कमी पूरी हो सकेगी। 

इसी तरह कोडार परियोजना के अंतर्गत 16 करोड़ 68 लाख 74 हजार की लागत से चिंगरौद वितरक नहर के लाइनिंग कार्य से 210 हेक्टेयर, दो करोड़ 54 लाख 80 हजार की लागत से बम्हनी वितरक नहर लाइनिंग कार्य से 238 हेक्टेयर, दो करोड़ 11 लाख 27 हजार की लागत से पासीद जलाशय के नहर लाइनिंग, पक्के कार्यों का सुधार व जीर्णोद्धार से 142 हेक्टेयर, दो करोड़ 17 लाख 46 हजार की लागत से लोहारडीह जलाशय व नहर जीर्णोद्धार कार्य से 188 हेक्टेयर, सात करोड़ 35 लाख 46 हजार की लागत से केशवा व्यपवर्तन योजना की नहरों के जीर्णोद्धार व लाइनिंग कार्य से 375 हेक्टेयर, तीन करोड़ 44 लाख 52 हजार की लागत से कछारडीह जलाशय की नहरों में लाइनिंग कार्य से 180 हेक्टेयर व सोरमसिंघी जलाशय के शीर्ष कार्य के जीर्णोद्धार व सीसी लाइनिंग कार्य से 132 हेक्टेयर में सिंचाई की कमी की पूर्ति हो सकेगी। 

संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकां योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी में से नरवा विकास के तहत नदी-नलों का संरक्षण, तालाबों का गहरीकरण, सिंचाई जलाशयों व नहरों की मरम्मत, एनीकटों का निर्माण सहित भू-जल स्तर बढ़ाने के कार्यो को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में कोडार जलाशय के 80 फीसदी नहरों में लाइनिंग का कार्य पूरा हो गया है। प्रदेश के किसान समृद्ध हो इसके लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है और किसानों के हितों को ध्यान में रखकर फैसला ले रही है।