नारायणपुर : मसाहती खसरा मिलने से अबूझमाड़ के 2193 किसान पहली बार बेच रहे धान

नारायणपुर, 09 दिसम्बर। जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र अंर्तगत नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, किसान जो खेती-किसानी का काम तो करते थे, लेकिन उनकी भूमि का वैद्य दस्तावेज नहीं होने के कारण वे शासन की योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन आदिवासी किसानों की तकलीफ को सफझा और इन किसानों को मसाहती सर्वे के आधार पर इन्हें इनके द्वारा काबिज जमीन का मालिकाना हक प्रदान करने मसाहती सर्वे कराया और इन्हें इनकी जमीन का मालिकाना हक दिया।

अब जिला प्रशासन इन गांवों में पहुंचकर इन किसानों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं-कार्यक्रमों से लाभान्वित कर रहा है। वर्तमान धान खरीद सीजन में अबूझमाड़ के दो हजार 193 किसान मसाहती खसरा मिलने के बाद इस बार पहली बार धान बेचेंगे। ऐसे किसानों से मसाहती सर्वे के आधार पर शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जा रही है। धान बेचने पहुंचे किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि दस्तावेज नहीं होंने के कारण अबूझमाड़ के किसान शासन के किसी भी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे थे। जमीन का मालिकाना हक मिलने से हम लोग पहली बार अपना धान बेचने आए हैं।