मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के लिए इसे स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाना चाहिए ताकि नई पीढ़ी इससे परिचित हो सके। वाहनों की ज्यादा गति दुर्घटना का एक प्रमुख कारण है। लोग स्वयं के प्रति जिम्मेवार बनें और यह समझें कि जीवन सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि परिवार और समाज के लिए भी अमूल्य है। बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के नाबालिग लोगों द्वारा वाहन चलाना भी एक प्रमुख समस्या है। कई स्कूलों ने इसे प्रतिबंधित किया है। मेरी अभिभावकों से अपील है कि इस ओर विशेष ध्यान दें।
सड़क सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समर्थन दिया है। उन्होंने लोगों से सुरक्षित यातायात के प्रति सजग रहने तथा नियमों का पालन करने की अपील की है। राज्यवासियों को संदेश देते हुए सीएम ने कहा है, सुरक्षित यातायात आवश्यक है। झारखंड में इसके लिए सड़कों की गुणवत्ता समेत यातायात नियमों का अलग-अलग स्तर पर अनुपालन पर विशेष जोर है। इस दिशा में राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं।
हादसों को रोकने में आम जनता का भी योगदान अहम: सोरेन
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम में आम लोगों से सहयोग की भी अपेक्षा है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कानूनी प्रविधान हैं। इसके बावजूद दुर्घटनाओं में हर साल बड़ी संख्या में लोग मारे जाते हैं। यह चिंताजनक स्थिति है। सड़कों पर सुरक्षित यातायात के लिए यातायात नियमों के पालन से लेकर गाड़ियों में मानकों का पालन भी आवश्यक है। अकसर देखा जाता है कि इसके पालन में कोताही होती है। इस दिशा में राज्य सरकार के स्तर से हर वर्ष जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जाता है।
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