धमतरी-नगर निगम क्षेत्र में बनाए गए सामुदायिक भवन हुए अनुपयोगी, नहीं हो रही देखरेख

धमतरी, 7 दिसंबर।वार्डवासियों के छुटपुट कार्यों को निपटाने के उद्देश्य से नगर निगम क्षेत्र में पूर्व में बनाए गए सामुदायिक भवन वर्तमान में जर्जर हो रहे हैं। देखरेख न होने के कारण यह अनुपयोगी हैं। कहीं की दीवारें टूट गई है, तो कहीं से दरवाजे गायब हैं। वहीं वर्तमान में कुछेक सामुदायिक भवन का उपयोग भी हो रहा है। शहर के जागरूक नागरिकों का कहना है कि सामुदायिक भवनों की समय -समय पर मरम्मत की जानी चाहिए या इसके स्थान पर नया भवन का निर्माण किया जाए।

धमतरी नगर निगम के गठन के पूर्व धमतरी नगर पालिका द्वारा समय शहर के 36 वार्डों में से अधिकांश में सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया। लगभग तीन से चार लाख की लागत से पूर्व में बनाए गए भवन सालों बाद जर्जर हो चले हैं।।इनमें से अधिकांश भवन का उपयोग नहीं हो रहा। कहीं से दरवाजे गायब है तो कहीं से खिड़कियां गायब हैं। ऐसे में इन भवनों का औचित्य नहीं रह गया है।।कई स्थानों पर शरारती तत्व डेरा जमाए रहते हैं जो वहां पर नशा पान भी करते देखे जा सकते हैं। इसी तरह कई सामुदायिक भवन में गंदगी पसरी हुई है। समय -समय पर देखरेख न होने के कारण इस तरह की स्थिति बनी हुई है।

वर्तमान नगर निगम द्वारा भी इस और कोई पहल नहीं की गई है। दूसरी ओर कुछ सामुदायिक भवन का उपयोग आज भी हो रहा है। दानीटोला वार्ड में कुछ लोग मिलकर जिम का संचालन कर रहे तो वही बांसपारा वार्ड में एक संस्था द्वारा छुटपुट कार्यक्रम किया जाता है।

शहर के जागरूक नागरिक मनोज कुमार देवांगन, ईश्वर देवांगन, इंद्रेश देवांगन, शोभितराम साहू का कहना है कि नगर निगम को प्राथमिकता के साथ इन सामुदायिक भवनों की समय-समय पर मरम्मत करनी चाहिए, ताकि जनता के पैसे का दुरुपयोग न हो। सामुदायिक भवनों का आकार भी काफी छोटा है। इसे तोड़कर बड़ा बनाया जाए ताकि इसका उपयोग हो सके। नगर निगम आयुक्त विनय कुमार पोयाम का कहना है कि पूर्व में बनाए गए भवनों की जानकारी लेकर इस दिशा में उचित कार्रवाई करेंगे।