नई दिल्ली : दुनियाभर में उथल-पुथल के माहौल से बने हालातों से आईटी, ई-कॉमर्स समेत कई सेक्टर की नौकरियों पर खतरा पैदा हो गया है. अमेजन, ट्विटर और मेटा के बाद अब दिग्गज वैश्विक कंपनी पेप्सिको ने कर्मचारियों की संख्या घटाने के लिए छंटनी की घोषणा कर दी है. धड़ाधड़ हो रही छंटनी से कर्मचारी वर्ग में हलचल पैदा हो गई है.
पेप्सिको ने कर्मचारियों को भेजा मेमो
फूड, स्नैक्स और शीतल पेय बनाने वाली दिग्गज कंपनी पेप्सिको ने कर्मचारियों को घटाने का ऐलान किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के लिए छंटनी प्रक्रिया में जाने का फैसला किया है. कंपनी ने अपने कर्मचारियों को भेजे मेमो में बताया है कि छंटनी प्रक्रिया संगठन को सरल बनाने के लिए की जा रही है ताकि हम अधिक कुशलता से काम कर सकें.
कॉस्ट कटिंग का हिस्सा है छंटनी
रिपोर्ट के अनुसार पेप्सिको सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों को बाहर करेगी. कंपनी के शिकागो, प्लानो, टेक्सास में छंटनी प्रक्रिया शूरु की गई है. कंपनी ने कर्मचारियों को इस संबंध में आंतरिक संदेश भेजकर सूचित किया है. कहा जा रहा है कि यह छंटनी प्रक्रिया कॉस्ट कटिंग का हिस्सा है.
वॉलमार्ट और फोर्ड मोटर्स में छंटनी
कोल्डड्रिंक पेप्सी, लेज चिप्स समेत अन्य प्रोडक्ट के चलते पेप्सिको भारत ही नहीं दुनियाभर में ग्राहकों के दिलों में जगह बना चुकी है. पेप्सिको में 3,09,000 कर्मचारी कार्यरत हैं. इनमें से सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा है. बता दें कि पेप्सिको के सहयोगी कंपनियां वॉलमार्ट और फोर्ड मोटर्स भी वर्कफोर्स को घटा रही हैं.
जोमैटो घटा रही 3 फीसदी वर्कफोर्स
भारत में फूड डिलीवरी के लिए मशहूर जोमैटो भी 3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. बता दें कि जोमैटो इंडिया में वर्तमान में 3,800 कर्मचारी कार्यरत हैं. जोमैटो ने पिछली छंटनी मई 2022 में की थी और उस वक्त कंपनी ने 520 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर किया था.
इन कंपनियों में भी छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, अमेजन, मेटा, सिस्को के बाद पेमेंट प्रोसेसिंग प्लेटफॉर्म स्टराइप (Stripe), राइड सर्विस देने वाली कंपनी लिफ्ट (Lyft), ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी रॉबिनहुड और क्रिप्टोकरंसी कंपनी कॉइनबेस ने भी कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही हैं. लिफ्ट में करीब 5,000 कर्मचारी हैं और वह 13 फीसदी यानी करीब 650 कर्मचारियों को बाहर करेगी.
[metaslider id="347522"]