जांजगीर-चांपा 02 दिसम्बर | कृषि विज्ञान केन्द्र में बी.ई.ई. एवं क्रेडा के सौजन्य से ऊर्जा एवं जल संरक्षण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला सह कृषक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला के प्रारंभ में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक/प्रमुख डॉ. राजीव दीक्षित ने उपस्थित अतिथियों एवं कृषकों का स्वागत किया एवं अपने उद्वबोधन में कृषि कार्यो में जल संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। क्रेडा जांजगीर के सहायक अभियंता दीपक साहू द्वारा पॉवर पॉईंट प्रेजेन्ट्रशन के माध्यम से बी. ई. ई. स्टार रेटेड कृषि उपकरणों के संबध में कृषकों को जानकारी दी गई।
इसी तारतम्य में कृषि महाविद्यालय जांजगीर के डॉ. मनीष कुमार ( प्रोफेसर अग्रोनोमी) द्वारा जल संरक्षण एवं कृषि कार्यो के सामुदायिक उपयोग सहित वर्षा जल संचय के विभिन्न विधियों पर प्रकाश डाला, तथा कृषि महाविद्यालय जांजगीर के ही डॉ. आर.यू. खान सर (एसोसियेट प्रोफेसर) द्वारा भविष्य में ऊर्जा एवं जल के यथोचित उपयोग के संबंध में तथा कृषि बीजो के उन्नत किस्म के संबंध में जानकारी दिया गया। अगली कड़ी में कृषि विज्ञान केन्द्र से श्रीमती अंशुलता ध्रुव (कृषि अभियांत्रिकी) द्वारा कृषि कार्यो में फसल चक्र अपनाये जाने एवं उसमें जल संरक्षण तथा धान के बजाए अन्य नगदी फसल का उत्पादन कर अधिक लाभ लिए जाने का जानकारी दी गई।
कार्यशाला में क्रेडा, उप अभियंता राम सनेही कश्यप द्वारा सोलर पंपों के सतत् संचालन एवं कार्यविधि के संबंध में उपस्थित कृषकों को जानकारी दी गई तथा सोलर संयंत्रों के माध्यम से ऊर्जा एवं जल संरक्षण पर प्रकाश डाला गया। अंत में क्रेडा के सिस्टम इंटिग्रेटरों द्वारा स्थापित किये गये पंपों एवं कंट्रोलर की कार्यविधि की जानकारी तकनीशियन चंद्र गोपाल साहू के द्वारा डेमो दिया गया। कार्यक्रम में जिला जांजगीर एवं सक्ती के विभिन्न विकासखण्डों से लगभग 100 कृषकों सह आगंतुकों की उपस्थिति रही। अंततः क्रेडा जांजगीर के सहायक अभियंता दीपक साहू द्वारा सभी उपस्थित कृषकों एवं आगंतुकों का अभार व्यक्त किया गया।
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