बलात्कारी के बचाव में भाजपा कानून का मखौल उड़ा रही-कांग्रेस जिस बलात्कारी के लिए सजा मांगनी चाहिए उसके लिए वोट मांग रही भाजपा

बलात्कारियों का बचाव भाजपा का चरित्र बन गया है

रायपुर/29 नवंबर | प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 15 साल के मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार के अपराधी भानुप्रतापपुर के भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम के बचाव में भाजपा कानून का मखौल उड़ारही है। झारखंड पुलिस ने अपराधी ब्रम्हानंद को नोटिस भेजकर कांकेर थाना बुलाया था लेकिन बेशर्मीपूर्वक भाजपा बलात्कारी के बचाव में प्रतिनिधिमंडल लेकर थाने गयी थी। जैसे ब्रम्हानंद ने मासूम बच्ची के साथ दुराचार कर कोई गुनाह नहीं किया है। ऊपर से भाजपाईयों की बेशर्मी भरा फरमान कि ब्रम्हानंद 8 दिसंबर के बाद पुलिस के समक्ष हाजिर होगा।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि एक ऐसी पार्टी जो केंद्र सरकार में बैठी है और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है, आज केवल एक विधानसभा उपचुनाव ने उस पार्टी के शराफत के चोले को निकाल फेंका है। भाजपा ब्रह्मानंद नेताम के बचाव में जितना ज्यादा खुलकर सामने आ रही है उतनी ही ज्यादा जनता की नजरों में गिरती जा रही है। खुद को संस्कारी पार्टी बताने वालों का नकली चरित्र केवल छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि पूरा देश देख रहा है। प्रदेश की जनता भाजपा की इस बलात्कारी मानसिकता का जवाब 2023 विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में भी देगी।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि बेहद शर्म की बात है की भाजपा को जिस बलात्कारी ब्राम्हानंद नेताम के लिए कड़ी सजा की माँग करनी चाहिए उसके लिए भाजपा गली गली घूमकर वोट माँग रही है। बड़े दुख की बात है कि भाजपा के लिए एक 15 वर्षीय मासूम की अस्मिता एक विधानसभा के उपचुनाव के सामने कुछ भी नहीं है।पहले भी कठुआ, हाथरस, गुजरात में हुए बलात्कार की घटनाओं में भाजपा अपराधियों के साथ खड़ी दिखी है। कुलदीप सेंगर और चिन्मयानंद जैसे कई भाजपा के नेता बलात्कार के मामले में जेल की सलाखों के अंदर हैं।अनगिनत भाजपा नेताओं के ऊपर बलात्कार के संगीन आरोप लगे हुए हैं। भाजपा को अब स्पष्ट कर देना चाहिए कि वह बलात्कार को अपराध मानती भी है या नहीं।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भानूप्रतापपुर उपचुनाव में जिस प्रकार पहले अपराध की जानकारी छुपाते हुए ब्रह्मानंद नेताम को विधानसभा उपचुनाव का प्रत्याशी बनाया गया और अब जनता के सामने सब कुछ सामने आने के बाद भी भाजपा के वरिष्ठ नेता एक बलात्कारी के लिए ढाल बन कर खड़े हैं और शर्म को ताक पर रखकर वोट मांग रहे हैं उससे यह समझ आता है कि भाजपा एक बच्ची के साथ हुए सामूहिक बलात्कार जैसे घृणित अपराध को एक सामान्य घटना मानती है। 2019 में जब ब्रह्मानंद नेताम पर बलात्कार का अपराध दर्ज हुआ तब झारखंड में भाजपा की सरकार थी और आरोपी भाजपा का पूर्व विधायक था इसलिए पीड़िता के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज होने के बावजूद उसे बचाने के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया और आरोपी अब तक खुला घूमता रहा।