बेंगलुरु, 28 नवंबर । कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मिलने के लिए नई दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने अभी तक मिलने का समय नहीं दिया है, लेकिन मुझे विश्वास है कि हम उनसे मिलेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र सीमा विवाद की कानूनी लड़ाई के संबंध में वह सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी से भी चर्चा करेंगे। बाद में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात करेंगे।
नड्डा के साथ मुख्यमंत्री बोम्मई की बैठक इसलिए महत्व रखती है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में संकेत दिया था कि उनके मंत्रिमंडल का विस्तार या फेरबदल गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद होने की संभावना है।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नए चेहरों के लिए रास्ता बनाने के लिए मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल को लेकर बोम्मई पिछले कुछ समय से काफी दबाव में हैं।
राज्य सरकार में छह खाली पदों को भरकर या कुछ को हटाकर और समान संख्या में नए चेहरों को शामिल करके संभावित कैबिनेट विस्तार की कुछ खबरें सामने आई थीं। कुछ हलकों में यह भी बात चल रही थी कि गुजरात की तरह राज्य के मंत्रालय में ऊपर से नीचे तक का पूरा कायापलट भी हो सकता है। हालांकि, कई उम्मीदवारों का मानना है कि अब बहुत देर हो चुकी है और चुनाव तेजी से नजदीक आ रहे हैं।
इस बीच, जैसा कि राज्य सीमा विवाद को लेकर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के साथ कानूनी लड़ाई चल रही है। मुख्यमंत्री अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान वरिष्ठ वकील रोहतगी से मुलाकात कर इस विषय पर चर्चा करेंगे।
बोम्मई ने रविवार को 30 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए आने वाले मामले के मद्देनजर वरिष्ठ अधिवक्ताओं और अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की थी।
विपक्ष के नेता सिद्धारमैया द्वारा भाजपा पर संविधान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए बोम्मई ने कहा कि यह कांग्रेस है जिसने आपातकाल के दौरान व्यक्तिगत स्वतंत्रता को कम करके और सभी को जेल भेजकर यह किया। हमें उनसे सीखने की जरूरत नहीं है।