नारायणपुर : धर्मान्तरण को लेकर महापंचायत में लिये गये कई महत्वपूर्ण निर्णय

नारायणपुर, 28 नवंबर। जिले के ग्राम पंचायत दुग्गाबेंगाल एवं गरॉजी के सीमा क्षेत्र में निवासरत ग्रामीणों की महापंचायत बैठक रविवार को आयोजित हुई।सामाजिक लोगों ने बताया कि, हमारे गांव में अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के लोग सदियों से निवासरत हैं, जहां गांव की अपनी व्यवस्था, परंपरा, रीति रिवाज व संस्कृति है, वर्तमान समय में गांव में जबरन प्रलोभन देकर धर्मान्तरित किया जा रहा है। क्षेत्र में आदिवासी समाज के धर्मांतरण के कारण हमारी व्यवस्था ,परंपरा ,रीति रिवाज व संस्कृति का अपमान छुआछूत अलग-अलग आदान-प्रदान व शांति भंग हो रहा है। इस महापंचायत बैठक में दोनों गांव के पटेल, कोटवार ,गायता पुजारी, सरपंच, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं महिलाएं,पुरूष बड़ी संख्या में शामिल हुई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महापंचायत बैठक में पांचवी अनुसूची क्षेत्र के तहत संवैधानिक पारंपरिक ग्रामसभा के द्वारा निर्णय लिया गया, जिसमें गांव की सीमा क्षेत्र तक अवैध रूप से बने चर्च को हटाया जाए, चर्च निर्माण करने नहीं दिया जाएगा, गांव में प्रार्थना सभा नहीं होना चाहिए, ईसाई पास्टर को बगैर गांव की अनुमति के बिना गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। धर्मान्तरित व्यक्ति की मृत्यु होने पर गांव के किसी भी स्थान में दफन करने नहीं दिया जाएगा। गांव में धर्मान्तरित लोगों को छठी व विवाह करने नहीं दिया जाएगा। कब्रिस्तान के लिए गांव में जमीन नहीं दिया जाएगा। गांव में जितने ईसाई पास्टर उन्हें वापस भेजा जाए, शांति नगर में नक्सल पीडि़त परिवार के पुनर्वास के लिए जमीन ग्राम पंचायत के द्वारा दिया गया है। उक्त जमीन का उपयोग चर्च निर्माण व बड़े जोर से खरीदी बिक्री का खेल हो रहा है, उस पर कार्रवाई करने सर्व सहमति से प्रस्ताव इस महापंचायत के बैठक में पारित किया गया।