“हमर बेटी-हमर मान” के तहत् महासमुंद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन

0 महिला एवं बालिकाओं के विरूध्द घटित होने वाले अपराधों के संबंध में विधिक जानकारी देने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।

0 मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप जिले के सभी स्कूल कॉलेज व अन्य छात्राओं को परामर्श, प्रशिक्षण व पराक्रम के अनुसारकानूनी अधिकारों व प्रावधानों व “गुड टच बैड टच” की जानकारी सोशल मीडिया फ्रॉड साइबर फ्रॉड से बचने की जानकारी महिला सुरक्षा हेतु जारी एप की विस्तृत रूप से दी जा रही जानकारी।

महासमुन्द, 26 नवम्बर ।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ सरकार का क्रांतिकारी अभियान  *हमर बेटी हमर मान* अभियान का  अधिकारिक घोषणा की गई है समाज में बेटियां सुरक्षित और सशक्त हो वह समाज निरंतर प्रगति की पथ की ओर अग्रसर होता है सीएम साहब ने बेटियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने हमर बेटी हमर मान अभियान का प्रारंभ किया है.

आज जिला महासमुंद के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) के निर्देशन में हमर बेटी हमर मान के अन्तर्गत महासमुन्द जिले समस्त स्कूल/काॅलेज के एक महिला शिक्षक एवं मेघावी छात्राओं को लेकर महिला एवं बालिकाओं के विरूध्द घटित होने वाले अपराधों के संबंध में विधिक जानकारी देने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन महासमुन्द स्थित शंकराचार्य भवन में किया गया ।

*अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महासमुन्द  आकाश राव ने कार्यशाला का रूपरेखा एवं उद्देश्य प्रस्तुत किया एवं छात्राओं को कार्यशाला का पूर्ण लाभ लेकर जीवन में अमल में लाकर सफल जीवन जीने का प्रेरित किया गया।*

*कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक महासमुन्द  भोजराम पटेल (IPS) एवं एडीपीओ हेमलता देवांगन, बी शैलजा एवं समस्त अनुविभगीय अधिकारी (पु.) महासमुन्द के द्वारा माता सरस्वती एवं छत्तीसगढ महतारी छाया चित्र पर पुष्पांजली एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया एवं राजकीय गीत का गायन किया गया।*

कार्यशाला के व्याख्यान माला में पुलिस अधीक्षक महासमुन्द, महोदय के द्वारा अपने उद्बोधन में छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि मनुष्य जीवन अमूल्य है कठिनाईयों का सामना करना, स्वयं पर विश्वास रखना बताया तथा हमे गर्व होना चाहिए हम छत्तीसगढ राज्य के निवासी है क्योंकि स्त्री/पुरूष अनुपात में छत्तीसगढ में महिला साक्षरता दर अधिक है।

कार्यशाला में माननीय न्यायाधीश सी.जे.एम. चित्ररेखा सोनवानी जी के द्वारा अपने उद्बोधन में छात्राओं को संबोधित करते हुये कहाॅ कि समाज में बुराईया अपराध के रूप में मौजूद है कम उम्र बालिकाओं को समझना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति बहकावे में न आये तथा अपने आप को सुरक्षित रखें तथा कार्यशाला में उपस्थित छात्राओं/शिक्षिकाओं को आज संविधान दिवस के अवसर पर माननीय न्यायाधीश के द्वारा संविधान की शपथ दिलाई गई।*

*माननीय न्यायाधीश जे.एम.एफ.सी. अदिति ठाकुर के द्वारा अपने संबोधन में छात्राओं को वर्तमान समय में बढते सायबर अपराध तथा सायबर अपराध से बचने हेतु महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई।*

*कार्यशाला ए.डी.पी.ओ. हेमलता देवांगन के द्वारा उद्बोधन में महिला एवं बालिकाओं के विरूध्द होने वाले अपराध, घरेलू हिंसा, छेड-छाड, पास्को एक्ट विषय में व्याख्यान दिया जिसके पश्चात् छात्राओं पूछे गये विभिन्न प्रश्नों के उत्तर सरल भाषा में दिया।*

*कार्यशाला में छत्तीसगढ राज्य महिला आयोग की सदस्य अनिता रावटे जी के द्वारा व्याख्यान में छात्राओं को संबोधित करते हुये कहाॅ कि बेटिया भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना है रंग रूप, छोटे बडे या शरीरिक दुर्बलता स्त्री के लिए मायने नही रखती उनके लिए कोई कार्य असंभव नही है।*

*सामाजिक कार्यकर्ता बी. शैलजा* के द्वारा व्याख्यान में छाात्रओं को अनुशासित जीवन जीने के साथ लक्ष्य प्राप्ति हेतु कडी मेहनत व लगन से हर परिस्थिति में शिक्षा पूर्ण करने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यशाला में सभी शिक्षिका/छात्राओं को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उक्त कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक महासमुन्द भोजराम पटेल (IPS) एवं न्यायाधीश सी.जे.एम. चित्ररेखा सोनवानी, माननीय न्यायाधीश जे.एम.एफ.सी. अदिति ठाकुर ए.डी.पी.ओ. हेमलता देवांगन, अति0 पुलिस अधीक्षक आकाश राव, अनु0अधिकारी (पु) महासमुन्द मंजूलता बाज, अनु0अधिकारी (पु) यातायात,  राजेश देवांगन, अनु0अधिकारी (पु) बागबाहरा श्रीमति प्रतिभा चन्द्रा, प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक सुश्री गरिमा दादर, सहायक संचालक नंद कुमार सिन्हा, निरीक्षक कुमारी चन्द्राकर, निरीक्षक गायत्री सिन्हा, उप निरीक्षक संजय सिंह राजपूत, सउनि प्रवीण शुक्ला, बी. शैलजा, रोशना डेविड, अन्नु भोई, रूखमणि नाग, उपस्थित रहे।

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