धमतरी : 2.25 लाख के सोने के गहने खरीदकर की धोखाधड़ी

धमतरी, 22 नवंबर। ऋषभ ज्वेलर्स नगरी और रामदेव ज्वेलर्स केशकाल से 2.25 लाख रुपये के गहने खरीद कर बैंक खाते में राशि जमा करने की फर्जी पावती भेजकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति बिना नम्बर प्लेट नीले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल में संदिग्ध रूप से सोने का टाप्स बेचने के लिए घूम रहा है। घेराबंदी कर आरोपित मेहरबान रवां उर्फ सौरभ 32 वर्ष निवासी सटेडी थाना व तहसील खतौली (रतनपुरी) जिला मुजफ्फरनगर उत्तरप्रदेश को पकड़ा। वह वर्तमान में एमजी वार्ड पोस्ट आफिस के पीछे कांकरे छग में रह रहा था। पुलिस को उसने पूछताछ में बताया कि नगरी के ज्वेलर्स शाॅप से एक जोड़ी सोने का टाप्स, एक सोने का रानी हार की ठगी की। सोने के टाप्स उससे जब्त हुआ।

सोने के रानी हार को उत्तरप्रदेश में एक लाख 20 हजार रुपये में बेचकर 94 हजार रुपये को अपने सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया खतौली उत्तरप्रदेश के खाते में जमा करना और शेष रकम खाने-पीने में खर्च हो जाना बताया। आरोपित ने पूर्व में केशकाल जिला कोण्डागांव के ज्वेलर्स दुकान से एक सोने का रानी हार की ठगी की। हार को घर में रखा था। आरोपित से एक जोड़ी सोने का टाप्स कीमत 45 हजार 500 रुपये, सोने का रानी हार कीमत एक लाख 75 हजार रुपये, बैंक का दो फर्जी सील, पल्सर मोटरसाइकिल, विभिन्न बैंको का कोरा जमा पर्ची, विभिन्न बैंको के एटीएम कार्ड बरामद किया।

कार्रवाई में थाना नगरी प्रभारी निरीक्षक डीके कुर्रे, सउनि एनआर साहू, प्रभारी साइबर सेल तकनीकी उप निरीक्षक नरेश बंजारे, सहा उप निरीक्षक अनिल यदु, प्रधान देवेन्द्र राजपूत, आरक्षक कमल जोशी, आनंद कटकवार, कृष्ण कन्हैया पाटिल, झमेल राजपूत, वीरेन्द्र सोनकर, विकास द्विवेदी, युवराज ठाकुर का योगदान रहा।

इस तरह से करता था ठगी

पुलिस ने बताया कि शहर व ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सोने-चांदी दुकानों का सम्पर्क नंबर इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त कर अपने पास रखे फर्जी नंबर से फोन करता था। सगाई व शादी का कार्यक्रम है बोलकर विश्वास में लेकर रानी हार एवं एक जोड़ी कान का टाप्स का फोटो व्हाट्सप्प के जरिए मंगवाता था। उसके बाद गहने पसंद कर उसकी अनुमानित कीमत पूछता था। इसके बाद अपने पास रखे बैंकों की जमा पर्ची भरकर एवं फर्जी सील का उपयोग कर बैंक में राशि जमा करने की फर्जी पर्ची तैयार कर व्हाट्सप्प के माध्यम से भेजकर धोखाधड़ी करता था।

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