धमतरी : उच्चस्तरीय सुविधाओं के साथ मिल रही है गुणवत्तापूर्ण नि:शुल्क शिक्षा

धमतरी, 22 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश की सकारात्मक सोच से प्रदेश सरकार ने उन परिवारों के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है जो कमजोर, आर्थिक स्थिति की वजह से अपने बच्चों को महंगे अंग्रेजी निजी स्कूलों में शिक्षा दिलाने में समर्थ नहीं थे। छत्तीसगढ़ शासन ने गरीब परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों के बेहतर शिक्षा के प्रबंध में एक और कड़ी को शामिल कर लिया है। यह अंग्रेजी मीडियम के सरकारी स्कूल हैं, जहां बच्चों को नि:शुल्क राष्ट्रीयस्तर की शिक्षा अंग्रेजी माध्यम से दिए जाने की पहल शुरू की गई। राज्य के छात्रों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीयस्तर की सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं के काबिल बनाने के उद्देश्य से अंग्रेजी मीडियम में अध्ययन-अध्यापन को बढ़ावा देने के लिए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम के स्कूल की शुरुआत की गई।

उत्कृष्ट शिक्षा का संकल्प लिए अंग्रेजी माध्यम से अध्ययन-अध्यापन की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। स्कूलों में अत्याधुनिक लाइब्रेरी, लैब, कम्प्यूटर और साइंस लैब के साथ ही खेल एवं कलात्मक गतिविधियों सहित सुविधायुक्त खेल मैदान की भी पूरी सुविधा उपलब्ध है। स्कूल में मिलने वाली उच्चस्तरीय सुविधा एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर धमतरी के बठेना स्थित सेजेस की दसवीं कक्षा की छात्रा नैंसी मिश्रा ने कहा यहां स्कूल भवन, कक्षाएं काफी उन्नत है, साथ ही पुस्तकालय तथा विभिन्न प्रयोगशालाओं की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल में हरियाली है तथा हमें इतनी सारी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध हो रही है इसके लिए वे मुख्यमंत्री भूपेश का धन्यवाद करती हैं।

निजी स्कूल के अधिक फीस से मिला छुटकारा

वहीं स्कूल के हेड बाय अमन कुमार साहू ने बताया कि पहले वे निजी स्कूल में पढ़ाई करते थे, जहां की फीस ज्यादा थी इसलिए वे सेजेस धमतरी में दाखिला लिया। यहां आकर उन्हें हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौंका मिला। उन्होंने बताया कि इस साल प्रदेश स्तरीय आत्मानंद खेल इवेंट में सिल्वर मेडल तथा पिछले वर्ष मीडिया क्वीज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया। उल्लेखनीय है कि बठेना स्थित सेजेस में नर्सरी से लेकर बाहरवीं तक की कक्षाएं लगती हैं, जिसमें 977 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इसी कड़ी में ग्राम कोलियारी से स्कूल आने वाली बाहरवीं के जीव विज्ञान विषय की छात्रा प्रियांशी मिश्रा ने बताया कि वे दो बहनें हैं, जो पिछले दो वर्षों से यहां पर अध्ययन कर रही हैं। छात्रा प्रियांशी ने कहा कि उसे गर्व कि वह सेजेस में अध्ययन करती है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]