राजस्थान-गुजरात को रेलवे लाइन से जोड़ने वाले ब्रॉडगेज ट्रैक, उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन को शनिवार रात उड़ाने का प्रयास किया गया। डेटोनेटर के जरिए किये गये ब्लास्ट रेलवे ट्रैक को उखाड़ने की कोशिश की गई। ब्लास्ट की आवाज इतनी तेज थी कि 3 किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। शुरुआती जांच में पुलिस को मौके पर बारूद भी मिला है। घटनास्थल के आसपास माइनिंग एरिया भी है, इस वजह से डेटोनेटर मिलना मुश्किल नहीं है। उधर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस मामले की गहराई से छानबीन होगी। NIA और ATS रेलवे आरपीएफ की टीमें मौके पर पहुंची हुई हैं और मामले की जांच की जा रही है।
हाल ही में शुरु हुआ था परिचालन
मेवाड़-वागड़ के लोग पिछले 14 साल से इस ट्रैक की मांग कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिन पहले ही इस ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन शुरु किया था। पीएम मोदी ने असवार रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी देकर रवाना किया था और इसके बाद नियमित ट्रेन चल रही थी। लेकिन शनिवार रात को असामाजिक तत्वों ने विस्फोटक का इस्तेमाल कर इसे उड़ा दिया। जानकारी मिलते ही रेलवे सहित प्रशासन के आला अधिकारी और जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे।
रात के वक्त हुआ विस्फोट
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह घटना शनिवार रात करीब 8.00 से 9.00 बजे के बीच की है। उदयपुर शहर से 50 किलो मीटर दूर खारवा चंदा स्टेशन और जावर माइंस स्टेशन के बीच करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर ये विस्फोट हुआ। सुबह उधर से निकल रहे ग्रामीण युवकों के एक दल ने देखा कि पटरी टूटी हुई थी और बोल्ट भी निकले हुए थे। माना जा रहा है कि इस ब्लास्ट के लिए माइनिंग में काम आने वाले विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।
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