शिक्षा के बाद अब आईटी हब के रूप में उभर रहा MP: राजीव चंद्रशेखर

इंदौर ,12 नवंबर । केंद्रीय उद्यमिता और आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि शिक्षा के बाद मध्य प्रदेश अब आईटी हब के रूप में तेजी से उभर रहा है। यहां टीसीएस, इंफोसिस और एक्सेंचर जैसी कई बड़ी कंपनियां आकर भारत और दुनिया के कई हिस्सों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इंदौर में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उद्योग जगत के कई बड़े नाम आए हैं और अपना कारोबार स्थापित किया है। राज्य की स्थानीय कंपनियां भी लीग में शामिल हो रही हैं और अपने व्यवसाय को विश्व मानकों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने वाले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ले जा रही हैं।

प्रदेश की आईटी कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए इन्वेस्ट इंदौर, वर्की एवं संसद सेवा संकल्प द्वारा 11 नवंबर को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ‘प्राइड आफ एमपी’ पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया, जहां मुख्य अतिथि राजीव चंद्रशेखर ने राज्य की शीर्ष 25 और 50 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली आईटी कंपनियों को संबोधित किया। केंद्रीय उद्यमिता और आईटी मंत्री राजीव चंद्र्शेखर ने कहा कि वह पहली बार भारत के सबसे स्वच्छ शहर में आए हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के मामले में पूरे देश के लिए एक बड़ी मिसाल कायम की है। यह भारत का समय है। कोरोना महामारी के बाद कई सेक्टरों में तेजी आई है। खासकर टेक्नोलॉजी की डिमांड बढ़ी है।

तकनीक के साथ तालमेल बिठाना और उसे आगे बढ़ाना दुनिया के लिए अनिवार्य हो गया है। भारत दुनिया में एक मजबूत और मजबूत छवि के साथ उभरा है। राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कोरोना महामारी ने भारत समेत कई देशों को संकट में डाल दिया है। यह सभी के लिए कठिन समय था। अमेरिका और चीन भी मंदी से नहीं बच सके। उस अनिश्चित समय के दौरान, भारत अपने लोगों के साथ-साथ कई अन्य देशों में रिकॉर्ड समय में लाखों टीकों को मजबूत बनाने और तैयार करने में कामयाब रहा। नतीजा यह है कि भारत अब सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब अर्धचालकों, एआई, ब्लॉकचेन और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों का समय है। 2014 से पहले, हम दूसरे देशों से 92 प्रतिशत मोबाइल फोन आयात करते थे, लेकिन आज हम अपने देश में अपनी आवश्यकता के 97 प्रतिशत मोबाइल का उत्पादन कर रहे हैं, जिनमें से आईफोन और सैमसंग मोबाइल का उत्पादन और निर्यात अन्य देशों में भी किया जा रहा है। अब हम तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उत्पादन में चीन और अन्य देशों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि भारत आईटी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। बैंगलोर में भी इस क्षेत्र में काफी काम किया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगले दस वर्षों में मध्य प्रदेश दूसरों को दौड़ में हरा देगा। इंदौर में भी आईटी सेक्टर को जगह देने के लिए सरकार काफी काम कर रही है। इसके तहत राजकुमार मिल जिस जमीन पर हुआ करती थी, उस जमीन पर इंदौर में आईटी पार्क बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है. इंदौर को आईटी और स्टार्टअप हब बनाया जाएगा। वर्की देश के अन्य शहरों और राज्यों में भी इस कार्यक्रम का आयोजन करेगा।

निवेश इंदौर के सचिव सावन लड्ढा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें राज्य में आईटी कंपनियों को सभी सुविधाएं मुहैया करा रही हैं। यहां कई तरह के फंड उपलब्ध हैं। शहर में हवाई परिवहन की बेहतर सुविधा है। एयरपोर्ट से इंदौर के किसी भी इलाके तक चंद मिनटों में आसानी से पहुंचा जा सकता है। जबकि बैंगलोर जैसे शहरों में यह एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि अकेले इंदौर की आईटी कंपनियां 30 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार देती हैं और करीब 2400 करोड़ का कारोबार करती हैं। देश के अन्य राज्यों और शहरों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करेगा।

इससे इंदौर के साथ-साथ अन्य शहरों में भी रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे। संभागायुक्त डॉ पवन शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश भारत का सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है। राज्य की जीडीपी सबसे ज्यादा है। आने वाले महीनों में प्रवासी भारतीयों के लिए इंदौर में एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। जनवरी 2023 में इन्वेस्टर समिट होने जा रहा है। आईटी में बेहतर काम हो रहा है। शहर के तीनों आईटी पार्क भर चुके हैं और अब नए पार्क बनाने का काम चल रहा है।