नई दिल्ली,10 नवंबर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सच्चे मायनों में सूचना का अधिकार अधिनियम का मुख्य लक्ष्य नागरिकों को अधिकार सम्पन्न बनाना, पारदर्शिता लाना, व्यवस्था को भ्रष्टाचार से मुक्त करना और लोकतंत्र को देशवासियों के हाथों में सौंपना है। वे विज्ञान भवन में केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सवः सिटीजन-सेंट्रिक गवर्नेंस थ्रू आरटीई विषयक वार्षिक सम्मेलन में बोल रहे थे। ओम बिरला ने कहा कि आरटीआई के कारगर इस्तेमाल से विकसित और भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण करने में सहायता मिलेगी, जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है।
मुख्य सूचना आयुक्त वाईके सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आरटीआई के जरिये सरकार में पारदर्शिता और जवाबदारी का स्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से व्यवस्था में भ्रष्ट व्यवहार को नियंत्रित करने में भी सफलता मिली है। कार्यक्रम में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सूचना आयुक्तों और केंद्रीय सूचना आयोग के अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
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